सभी मौसम में खेती: पॉलीहाउस की मदद से किसान सालभर सब्जियां उगा सकते हैं।
उच्च गुणवत्ता: पॉलीहाउस में उगाई जाने वाली फसलों की गुणवत्ता बेहतर होती है, जिससे उन्हें बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं।
पानी की बचत: 'टपक विधि' से सिंचाई के कारण पानी की 90% तक बचत होती है।
कम कीटनाशक: पॉलीहाउस में कीटों का आक्रमण 90% तक कम होता है, जिससे कीटनाशकों का खर्च भी कम हो जाता है।
कम लागत, अधिक मुनाफा: कम जगह में कम खर्च और कम पानी से अधिक उपज प्राप्त की जा सकती है।
सरकारी सहायता: बिहार सरकार शेड नेट और पॉलीहाउस लगाने पर 50% अनुदान देती है।
आवेदन प्रक्रिया: किसान ऑनलाइन माध्यम से भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
लागत विवरण: पॉलीहाउस लगाने पर प्रति वर्ग मीटर की लागत 935 रुपये आती है, जिस पर 467 रुपये की सब्सिडी दी जाती है। शेड नेट के लिए प्रति वर्ग मीटर लागत 710 रुपये है, जिस पर 355 रुपये की सब्सिडी मिलती है।
प्रोत्साहन योजना: बिहार कृषि विभाग के अनुसार, राज्य सरकार कृषकों को बागवानी विकास योजना के तहत आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है।
आधुनिक खेती को बढ़ावा: किसानों को आधुनिक तकनीकों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।