असम को "चाय की राजधानी" के रूप में जाना जाता है। उपजाऊ ब्रह्मपुत्र घाटी की जलवायु असम की चाय को मजबूत स्वाद और सुगंध प्रदान करती है।
दार्जिलिंग और Dooars जैसी विश्व-प्रसिद्ध चाय सम्पदाएँ पश्चिम बंगाल में स्थित हैं। यहां की चाय हल्की और सुगंधित होती है।
त्रिपुरा की चाय अपनी विशिष्ट सुगंध और हल्के स्वाद के लिए जानी जाती है। यह राज्य चाय उत्पादन में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
दक्षिण भारत में चाय का प्रमुख उत्पादक, तमिलनाडु नीलगिरी और मुन्नार जैसी पहाड़ियों में चाय का उत्पादन करता है।
इडुक्की और वायनाड जैसे जिलों में चाय के बागानों के लिए प्रसिद्ध, केरल की चाय अपनी मजबूत सुगंध और मलाईदार स्वाद के लिए जानी जाती है।
कर्नाटक भी दक्षिण भारत में चाय उत्पादन का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। कूर्ग और चिकमगलूर जैसे क्षेत्रों में चाय की खेती की जाती है।