फसल बदलने से मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्व वापस आते हैं और मिट्टी का स्वास्थ्य सुधरता है
अलग-अलग फसलें उगाने से हानिकारक कीट और रोगों को नियंत्रित करना आसान हो जाता है
दलहनी फसलों का उपयोग नाइट्रोजन स्तर को प्राकृतिक रूप से बढ़ाता है।
विभिन्न फसलों की जड़ें मिट्टी को बांधने में मदद करती हैं, जिससे कटाव कम होता है
सही फसल चक्रीकरण मिट्टी की जल धारण क्षमता को बढ़ाता है, जिससे सूखे में भी फसल अच्छी रहती है