पशुओं से अधिक दूध प्राप्त करने के लिए सिर्फ मात्रा नहीं, चारे की गुणवत्ता भी ज़रूरी है। संतुलित और पौष्टिक आहार सीधे दूध की मात्रा और गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
संतुलित चारे में शामिल होते हैं — हरा चारा (नेपियर, बरसीम), सूखा चारा (भूसा), दाना (कच्ची खल, अनाज), खनिज मिश्रण और पर्याप्त पानी। ये सभी मिलकर दूध बढ़ाने में मदद करते हैं।
हरा चारा फाइबर से भरपूर होता है, जो पशु के पाचन को बेहतर बनाता है। यह भूख बढ़ाता है जिससे दूध उत्पादन स्वाभाविक रूप से बढ़ता है।
खनिज मिश्रण (mineral mixture) और विटामिन दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों को बढ़ाते हैं। इससे पशु स्वस्थ रहते हैं और लैक्टेशन अवधि लंबी होती है।
सिर्फ सूखा भूसा न खिलाएं पानी की कमी न होने दें पुराने और सड़े चारे से बचें