शिमला मिर्च की खेती का महत्व

बागवानी फसलों में शिमला मिर्च की मांग सबसे अधिक। कम समय और लागत में अधिक मुनाफा।

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

पोषक तत्वों से भरपूर। बीमारियों से बचाव और ऊर्जा प्रदान करता है।

योगी सरकार का प्रोत्साहन

किसानों को शिमला मिर्च की खेती के लिए 75% तक सब्सिडी। पंजीकरण प्रक्रिया उद्यान विभाग में चालू।

खेती की लागत और मुनाफा

प्रति हेक्टेयर ₹50,000 की लागत। अनुदान के बाद लागत में भारी कमी।

शिमला मिर्च की बुवाई का समय

बुवाई: नवंबर से मार्च। फसल तैयार होने में 75 दिन।

सरकारी लक्ष्य और लाभ

गंगा तटीय क्षेत्रों में 35 हेक्टेयर खेती का लक्ष्य। किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम।

रजिस्ट्रेशन और बीज वितरण

अब तक 90 किसानों का पंजीकरण। विभाग द्वारा बीज वितरण जल्द।

कृषकों को योजना का लाभ

बागवानी के लिए प्रेरित करने का प्रयास। बेहतर उत्पादन और आर्थिक सुधार।