कृषि भारत की प्राचीनतम आर्थिक गतिविधियों में से एक है, जो आज भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
भारतीय कृषि का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 14% हिस्सा है, जो राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कृषि क्षेत्र भारत की 50% से अधिक आबादी को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करता है।
भारत 120 से अधिक देशों को चावल, गन्ना, गेहूं, मसाले और अन्य कृषि उत्पाद निर्यात करता है, जिससे विदेशी मुद्रा अर्जित होती है।
कुल कृषि श्रमिकों में महिलाओं की भागीदारी लगभग 30% है, जो इस क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है।
मानसून पर निर्भरता, छोटी भूमि जोत, और ऋण की समस्याएं भारतीय किसानों के सामने प्रमुख चुनौतियां हैं।
आधुनिक कृषि उपकरण, उन्नत बीज, और जैविक खेती ने किसानों की उत्पादकता को बढ़ाया है।
उत्तर प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, और हरियाणा जैसे राज्य कृषि उत्पादन में अग्रणी हैं।
PMFBY और अन्य सरकारी योजनाएं किसानों को वित्तीय स्थिरता और बीमा प्रदान करती हैं।
सतत खेती, पर्यावरण-अनुकूल कृषि पद्धतियों, और स्मार्ट खेती पर जोर दिया जा रहा है ताकि कृषि क्षेत्र और अधिक प्रगति कर सके।