खुबानी की खेती के लिए रेतीली या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है। मिट्टी का pH स्तर 6.5 से 7.0 के बीच होना चाहिए। सर्दियों में 400-800 घंटे का तापमान 7°C से कम और गर्मियों में शुष्क मौसम फलों के बेहतर विकास के लिए आदर्श है।
भारतीय परिस्थितियों में उपयुक्त किस्मों में महाराजा, अर्ली गोल्ड, और चीलिंगटन शामिल हैं। स्वस्थ और रोग-मुक्त ग्राफ्टेड पौधे नर्सरी से खरीदें।
खेत की गहरी जुताई कर मिट्टी में जैविक खाद मिलाएं। रोपण के लिए 60x60x60 सेमी आकार के गड्ढे खोदें। फरवरी-मार्च के दौरान पौधों का रोपण करें और ग्राफ्ट यूनियन को जमीन से थोड़ा ऊपर रखें।
गर्मियों में नियमित सिंचाई करें और जलभराव से बचें। खरपतवार नियंत्रण के लिए निराई-गुड़ाई करें। संतुलित खाद और उर्वरकों का प्रयोग करें, खासकर सर्दियों के अंत और फल बनने से पहले।
मधुमक्खियों को आकर्षित करने के लिए फूल वाले पौधे लगाएं। पकने पर फलों को सावधानी से तोड़ें और तुरंत बाजार में भेजें। भंडारण के लिए 0°C तापमान और 85-90% आर्द्रता वाला स्थान उपयुक्त है।
नियमित निगरानी करें और जैविक या रासायनिक विधियों से कीट व रोग नियंत्रण करें। स्वस्थ फसल के लिए कृषि विभाग से उचित सलाह लें।