सही स्थान का चयन करें

जामुन के पेड़ को पूरी धूप वाले स्थान पर लगाएं। सुनिश्चित करें कि पेड़ को रोजाना 6-8 घंटे की सीधी धूप मिले। अच्छी जल निकासी वाले मिट्टी का चयन करें, जिसमें pH 5.5 से 7.5 तक हो।

पेड़ लगाना

वर्षा की शुरुआत में पेड़ लगाने का समय सबसे अच्छा होता है। पेड़ को 20-25 फीट की दूरी पर लगाएं ताकि इसके बड़े तने को जगह मिल सके। रोपण के गड्ढे में जैविक खाद मिलाएं और पेड़ की जड़ों को ठीक से व्यवस्थित करें।

पानी देना

सूखे मौसम में नियमित रूप से पानी दें, लेकिन सुनिश्चित करें कि मिट्टी जलभराव से मुक्त रहे। पेड़ को गहराई से पानी दें ताकि जड़ें अच्छी तरह से विकसित हो सकें।

उर्वरक का प्रयोग

संतुलित उर्वरक या कम्पोस्ट का उपयोग करें। वसंत और गर्मी के अंत में उर्वरक डालें। निर्माता के निर्देशों का पालन करें ताकि सही मात्रा में उर्वरक डाला जा सके।

छंटाई

सर्दियों के अंत या वसंत की शुरुआत में पेड़ की छंटाई करें। मृत और बीमार शाखाओं को हटाएं ताकि पेड़ को अच्छे से हवा और रोशनी मिल सके।

कीट और रोग नियंत्रण

कीटों जैसे एफिड्स, स्केल कीट, और फल मक्खियों के लिए सतर्क रहें। आवश्यक होने पर जैविक कीटनाशक का उपयोग करें। फंगल बीमारियों को रोकने के लिए उचित स्थान और वायु परिसंचरण सुनिश्चित करें।

फल की फसल

जामुन के फल आमतौर पर गर्मियों के अंत से पतझड़ तक पकते हैं। फल को तब तोड़ें जब वे गहरे बैंगनी या काले रंग के हो जाएं। फल को हल्के से twist या काटकर निकालें ताकि वह न फटे।

मल्चिंग

मिट्टी की नमी बनाए रखने, तापमान को नियंत्रित करने, और खरपतवार को दबाने के लिए पेड़ की जड़ों के चारों ओर मल्च डालें। जैविक मल्च जैसे स्ट्रॉ, पत्ते, या लकड़ी के चिप्स का उपयोग करें।

सर्दियों की देखभाल

ठंडे मौसम में पेड़ को ठंढ से बचाने के लिए बांस की चादर या भूसे से ढकें। सर्दियों में पानी देने की मात्रा कम करें, लेकिन मिट्टी पूरी तरह सूखने न दें।

नियमित निगरानी

पेड़ की सेहत की नियमित जाँच करें और किसी भी तनाव, बीमारी, या कीट संक्रमण के लक्षण देखें। पेड़ की वृद्धि पर नज़र रखें और देखभाल की विधियों को आवश्यकतानुसार समायोजित करें।