बीज पखवाड़ा आयोजन

13-28 सितंबर 2024 तक सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर, भरतपुर में बीज पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है, जहां उन्नत किस्मों के बीज अनुदान पर उपलब्ध हैं।

पाँच उन्नत किस्में

गिरिराज DRMRIJ-31, DRMR 150-35, DRMR 1165-40 (रुक्मणी), NRCHB 101 (पीली सरसों), और DRMRIC 16-38 (बृजराज) जैसी सरसों की किस्में किसानों को प्रदान की जा रही हैं।

बीज प्राप्त करने की प्रक्रिया

किसान आधार कार्ड के साथ प्रातः 10:00 से शाम 5:00 बजे तक बीज प्राप्त कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 7597004107 पर संपर्क किया जा सकता है।

गिरिराज DRMRIJ-31

दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, और राजस्थान के लिए अनुशंसित, इस किस्म में 39-42.6% तक तेल की मात्रा और 23-28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार क्षमता है।

DRMR 150-35

बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल जैसे क्षेत्रों में उपयुक्त, इसकी पैदावार क्षमता 18 क्विंटल प्रति हेक्टेयर और तेल की मात्रा 39.8% है।

रुक्मणी DRMR 1165-40

22-26 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार और 40-42.5% तेल की मात्रा के साथ, यह किस्म सिंचित और असिंचित दोनों स्थितियों में उपयुक्त है।

NRCHB 101

उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान जैसे राज्यों में उपयुक्त, इस किस्म की पैदावार 1382-1491 किग्रा/हेक्टेयर है और तेल की मात्रा 34.6-42.1% है।

बृजराज DRMRIC 16-38

1681-1801 किग्रा/हेक्टेयर की पैदावार और 37.6-40.9% तेल की मात्रा वाली इस किस्म में विभिन्न रोगों और एफिड का कम प्रकोप होता है।