भूमि और जलवायु

चुकंदर की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। ठंडी जलवायु और 18-22 डिग्री सेल्सियस तापमान पर इसकी वृद्धि अच्छी होती है।

बीज और बुवाई

बीज की बुवाई अक्टूबर-नवंबर में करें। बीजों के बीच 30-40 सेमी की दूरी रखें।

सिंचाई प्रबंधन

फसल के लिए नियमित सिंचाई आवश्यक है। गर्मियों में 7-10 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें।

खाद और उर्वरक

जैविक खाद और नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों का उपयोग करें। बुवाई से पहले गोबर की खाद मिलाना लाभकारी होता है।

कटाई और उपज

बुवाई के 90-100 दिन बाद फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है। औसत उपज 200-250 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक हो सकती है।

लाभ और बाजार

चुकंदर का उपयोग जूस, चिप्स, और पाउडर बनाने में होता है। यह फसल किसानों को कम लागत में अधिक मुनाफा देती है।