केचुए मिट्टी में सुरंग बनाते हैं, जिससे हवा और पानी का प्रवाह बेहतर होता है। इससे पौधों की जड़ें गहरी जा सकती हैं और ज्यादा पोषक तत्व पा सकती हैं।
केचुए जैविक पदार्थ को पचाते हैं और नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों को छोड़ते हैं, जो पौधों के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
केचुए की विष्ठा (मल) मिट्टी के कणों को एक साथ बांधती है, जिससे मिट्टी की संरचना में सुधार होता है और कटाव कम होता है। इससे पौधों की जड़ों के लिए एक स्थिर वातावरण बनता है।
केचुए की गतिविधि मिट्टी में लाभदायक सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़ाती है, जो जैविक पदार्थ को तोड़ने और मिट्टी की सेहत में सुधार करने में मदद करते हैं।
केचुए जैविक सामग्री के विघटन को तेज करते हैं, इसे समृद्ध ह्यूमस में बदलते हैं जो मिट्टी की उर्वरता और पानी धारण करने की क्षमता को बढ़ाता है।