रतालू की खेती के लिए गर्म मौसम और पर्याप्त वर्षा जरूरी है। आदर्श तापमान 25°C से 35°C के बीच होना चाहिए।
– अच्छी जल निकासी वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। – खेत की 2-3 बार गहरी जुताई करें। – मिट्टी में अच्छी मात्रा में गोबर की खाद मिलाएं।
– रतालू की खेती के लिए कंदों का उपयोग किया जाता है। – बीज कंद 40-50 ग्राम वजनी और स्वस्थ होने चाहिए।
– शुरुआती अवस्था में नियमित सिंचाई जरूरी है। – खरपतवार नियंत्रण समय-समय पर करें।
– फसल 6-8 महीनों में पककर तैयार हो जाती है। – जब पत्तियां पीली पड़ने लगें, तब खुदाई करें।