खरपतवार और जड़ों को हटाकर खेत को साफ करें। जमीन की उचित जुताई करके मिट्टी को भुरभुरा बनाएं। गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाकर मिट्टी की उर्वरता बढ़ाएं।
अपने क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के प्रकार के अनुसार फसल चुनें। धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंगफली, सोयाबीन, उड़द, मूंग जैसी फसलें खरीफ सीजन में अच्छी पैदावार देती हैं।
बारिश शुरू होने के बाद ही बुवाई करें। अधिकांश फसलों के लिए जून से जुलाई का महीना बुवाई के लिए उपयुक्त होता है। बीजों की उचित मात्रा का इस्तेमाल करें।
जैविक खाद जैसे गोबर की खाद, कम्पोस्ट, नीम की खली का इस्तेमाल करें। रासायनिक खादों का संतुलित मात्रा में प्रयोग करें। नियमित सिंचाई करें, खासकर शुरुआती दौर में।
नियमित रूप से खरपतवारों को निकालते रहें। खरपतवारनाशकों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन सावधानी से।