नई तकनीकों के उपयोग से पशुओं की उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बेहतर चारा प्रबंधन और आधुनिक उपकरणों ने दूध उत्पादन और मांस उत्पादन को बढ़ाया है।
पशुधन प्रौद्योगिकी ने पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार किया है। स्वचालित निगरानी प्रणाली और स्वास्थ्य ट्रैकिंग उपकरणों से बीमारियों का समय पर पता लगाना और उनका इलाज संभव हुआ है।
आधुनिक तकनीक के उपयोग से पशुपालन प्रबंधन में सुधार हुआ है। स्वचालित दुधारू मशीनें और स्मार्ट फीडिंग सिस्टम ने कार्य को सरल और अधिक कुशल बना दिया है।
पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी के उपयोग से पशुपालन का पर्यावरण पर प्रभाव कम हुआ है। आधुनिक अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली ने पर्यावरण संरक्षण में योगदान दिया है।
नई तकनीक के कारण पशुपालकों की आय में वृद्धि हुई है। उच्च उत्पादकता और कम लागत के कारण पशुपालकों को अधिक मुनाफा हो रहा है।