दोमट या काली मिट्टी उपयुक्त। ठंडी और शुष्क जलवायु में अच्छा उत्पादन।
अक्टूबर से नवंबर में बुवाई करें। प्रमाणित और उन्नत किस्में चुनें।
सिंचाई: 2-3 बार पर्याप्त। जैविक खाद और संतुलित उर्वरकों का प्रयोग।
फली छेदक के लिए जैविक कीटनाशक। उकठा रोग से बचाव के लिए रोगरोधी किस्में।
पकने पर फसल की कटाई करें। सूखी और हवादार जगह पर भंडारण करें।