पोषक तत्व सीधे पानी में मिलाए जाते हैं
पानी के कुशल उपयोग से संसाधनों की बचत होती है
छोटे स्थान में भी अधिक पौधे उगाए जा सकते हैं
कीटनाशकों का उपयोग कम होता है, जिससे फसल शुद्ध होती है
मौसम की कठिनाइयों से सुरक्षा