कंटोला में प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स की भरपूर मात्रा होती है। यह मीट से 50 गुना ज्यादा ताकतवर है, जिससे इसे सुपरफूड के रूप में जाना जाता है।
भूमि चयन: कंटोला के लिए अच्छी जल निकासी वाली उपजाऊ मिट्टी सर्वोत्तम होती है। जुताई और मिट्टी की तैयारी: खेत को अच्छी तरह से जुतें और मिट्टी को ढीला करें।
बीज का चयन: उच्च गुणवत्ता वाले कंटोला बीज का चयन करें। रोपण: बीजों को 1-2 इंच गहरे और उचित दूरी पर रोपें।
कंटोला को नियमित सिंचाई की आवश्यकता होती है, लेकिन अत्यधिक पानी से बचें।
खाद: अच्छे विकास के लिए कार्बनिक खाद का उपयोग करें। उर्वरक: मिट्टी की आवश्यकताओं के अनुसार संतुलित उर्वरक का प्रयोग करें।
कीट और रोग: कंटोला को कीटों और बीमारियों से बचाने के लिए प्राकृतिक उपायों का उपयोग करें। अनावश्यक पौधों को हटाएं: खरपतवार को नियमित रूप से हटा दें।
कटाई समय: कंटोला की फसल को सही समय पर काटें जब फल पूरी तरह से पके हों।
संग्रहण: कंटोला को ठंडे और सूखे स्थान पर संग्रहित करें। उपयोग: इसे विभिन्न व्यंजनों में उपयोग कर सकते हैं, जैसे सलाद, सूप, और स्मूदी में।