यह किस्म चिप्स बनाने के लिए उपयुक्त है और पिछेता झुलसा रोग के प्रति प्रतिरोधी है। फसल की भंडारण क्षमता भी अधिक होती है।
कुफरी चिप्सोना-1 किस्म की फसल 110-120 दिनों में तैयार हो जाती है। इसकी औसत पैदावार 300-350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।
बिहार सरकार द्वारा 75% सब्सिडी दी जा रही है। प्रति हेक्टेयर 1,25,150 रुपये लागत पर 93,863 रुपये का अनुदान मिलेगा।
पटना, नालंदा, गया, सारण, समस्तीपुर, वैशाली और औरंगाबाद जिलों के किसानों को बीज और प्रशिक्षण मिलेंगे।
कुफरी चिप्सोना-1 का मूल्य अन्य आलू की किस्मों की तुलना में अधिक होता है, जिससे किसानों को अच्छी आय होती है।