कमल खेती के लिए सबसे प्रमुख राज्य। यहाँ के जलाशय और तालाब कमल की खेती के लिए उपयुक्त हैं। वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में कमल के फूल का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है।
कमल के वाणिज्यिक उत्पादन में अग्रणी। मंदिरों में उपयोग होने वाले फूलों की आपूर्ति का बड़ा हिस्सा यहीं से आता है। यहाँ के जलवायु और मिट्टी कमल की खेती के लिए अनुकूल हैं।
यहाँ के गांवों और तालाबों में कमल की खेती आम है। दक्षिण भारत में धार्मिक उपयोग के लिए फूलों की प्रमुख आपूर्ति होती है।
कमल की खेती यहाँ पारंपरिक रूप से की जाती है। विशेष रूप से जलवायु के कारण यह क्षेत्र फूलों की गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है।
धार्मिक और पारंपरिक उपयोग के लिए कमल की खेती। जलवायु परिस्थितियाँ और नदी घाटियां खेती को और अधिक सफल बनाती हैं।