तोरई गर्म और नमी वाली जलवायु में अच्छे से उगती है।
इसके लिए बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है जिसकी पीएच वैल्यू 6 से 7.5 के बीच होनी चाहिए।
बुवाई का सही समय मार्च से जून तक होता है।
खेत में गोबर की खाद और नाइट्रोजन, फॉस्फोरस व पोटाश मिलाएं।
हर 6–7 दिन में सिंचाई करें।
बुवाई के 45-50 दिन बाद तोरई तोड़ने लायक हो जाती है।