अगेती पर्ण चित्ती (टिक्का रोग)

लक्षण: पौधे के 10-18 दिनों बाद हलके पीले धब्बे, जो बाद में लाल भूरे या काले हो जाते हैं। उपाय: कार्बेन्डाजिम (0.05%) और मैंकोजेब (0.2%) का छिड़काव।

पछेती चित्ती

लक्षण: 28-35 दिनों बाद पीले धब्बे, जो बाद में काले हो जाते हैं। उपाय: वही कार्बेन्डाजिम और मैंकोजेब का छिड़काव आवश्यकतानुसार।

गेरुआ रोग

लक्षण: पत्तियों की निचली सतह पर स्फोट, पत्तियाँ झुलस जाती हैं। उपाय: जून में शीघ्र बोआई, रोगी पौधों को जलाना, बीजोपचार।

जड़ सड़न रोग

लक्षण: पौधे पीले पड़ने लगते हैं, जड़ें सूखने लगती हैं। उपाय: रोग मुक्त बीज का उपयोग, ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई।

नियंत्रण के सामान्य उपाय

फसल अवशेषों का नष्ट करना। अंतवर्ती फसलें उगाना। निरंतर रोग का निरीक्षण करना।