आंध्र प्रदेश भारत में पपीता के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है. यह राज्य अनुकूल जलवायु और मिट्टी की स्थिति के कारण पपीता की खेती के लिए आदर्श है.
गुजरात पपीता उत्पादन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस राज्य में शुष्क और अर्ध-शुष्क जलवायु पपीता की खेती के लिए उपयुक्त है. गुजरात के सूरत, वलसाड और नवसारी जैसे जिले पपीता उत्पादन के लिए जाने
महाराष्ट्र भी पपीता उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र है. राज्य में विविध जलवायु परिस्थितियाँ विभिन्न किस्मों के पपीता की खेती की अनुमति देती हैं. महाराष्ट्र के पुणे, नाशिक और जलगाँव जैसे जिले पपीता उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.
दक्षिण भारत में, कर्नाटक पपीता उत्पादन में एक महत्वपूर्ण राज्य है. राज्य का उप-उष्णकटिबंधीय जलवायु पपीता की खेती के लिए अनुकूल है. कर्नाटक के तुमकुर, चित्रदुर्ग और बेंगलुरु ग्रामीण जैसे जिले पपीता उत्पादन के लिए जाने जाते हैं.
मध्य प्रदेश भी धीरे-धीरे पपीता उत्पादन में एक उभरता हुआ राज्य बन रहा है. राज्य में उपजाऊ मिट्टी और उपयुक्त जलवायु पपीता की खेती को बढ़ावा दे रही है.