बजट में फल-सब्जी और अनाज की 109 नई जलवायु अनुकूल वैरायटी जारी करने की योजना है, जो ग्लोबल वार्मिंग के मौजूदा खतरे में भी अच्छा उत्पादन देगी।
किसान क्रेडिट कार्ड और सस्ता ऋण किसानों की लागत घटाने में मदद करेंगे।
प्राकृतिक खेती के मिशन में किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे केमिकल फर्टिलाइजर का उपयोग कम होगा और स्वास्थ्यवर्धक फसलें प्राप्त होंगी।
सरकार ने 14 फसलों पर MSP सुनिश्चित की है और समृद्धि पोर्टल लॉन्च किया गया है ताकि दलहन और तिलहन के उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़े।
कृषि में डिजिटल इंफ्रा तैयार करने की बात कही गई है, जिससे किसान बहुत सारी परेशानियों से बच सकेंगे।
इस योजना से छोटे और सीमांत किसानों को इनपुट डालने के लिए राशि प्राप्त होगी, जिससे उनकी लागत में कमी आएगी।
खरीफ की 14 फसलों की MSP दरें जारी की गई हैं, जिससे किसानों को उचित दाम मिलना सुनिश्चित होगा।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने इस बजट को वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत के निर्माण की नींव रखने वाला सशक्त बजट बताया है।