स्मार्ट खेती का मतलब है तकनीक की मदद से खेती को ज्यादा आसान, सटीक और लाभदायक बनाना। इसमें सेंसर, ड्रोन, मोबाइल ऐप और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग होता है।
ड्रोन से खेतों की निगरानी, कीटनाशक छिड़काव, और फसल की सेहत की जांच आसानी से की जा सकती है। इससे समय, मेहनत और लागत – तीनों की बचत होती है।
स्मार्ट सेंसर मिट्टी की नमी, तापमान और पोषक तत्वों की जानकारी देते हैं। इससे किसान सही समय पर सिंचाई और खाद दे पाते हैं।
कृषि ऐप्स मौसम, फसल सलाह, बाज़ार भाव, और बीमारी की चेतावनी तुरंत भेजते हैं। इससे किसान सही निर्णय ले पाते हैं।
नई तकनीकों से फसल का उत्पादन बेहतर होता है, नुकसान कम होता है, और लागत घटती है। इससे कुल मुनाफा बढ़ जाता है।