सही जलवायु का चयन करें

संतरे की खेती के लिए 25-30 डिग्री सेल्सियस तापमान और अच्छी धूप वाले इलाके सबसे उपयुक्त होते हैं।

मिट्टी की तैयारी

अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी संतरे की फसल के लिए आदर्श है। मिट्टी में जैविक खाद और कम्पोस्ट डालें।

सही किस्म का चयन

क्षेत्रीय जलवायु और मिट्टी के अनुसार सही किस्म जैसे नागपुर ऑरेंज या कोडाईकनाल संतरा चुनें।

पौधों का उचित अंतराल

संतरे के पौधों को 6x6 मीटर की दूरी पर लगाएं ताकि उन्हें बढ़ने के लिए पर्याप्त स्थान मिले।

सिंचाई

संतरे के पौधों को नियमित अंतराल पर पानी दें, खासकर गर्मियों के मौसम में। ड्रिप सिंचाई प्रणाली फायदेमंद हो सकती है।

खाद और पोषण

पौधों को समय-समय पर नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश की उचित मात्रा दें।

कीट और रोग प्रबंधन

संतरे की फसल को सिट्रस कैंकर और ग्रीन माइट जैसे रोगों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशक का प्रयोग करें।

कटाई और पैकेजिंग

संतरे की सही परिपक्वता पर फसल की कटाई करें और बाजार तक पहुंचाने से पहले उनकी सफाई और पैकिंग सुनिश्चित करें।

फसल चक्र अपनाएं

संतरे की खेती के साथ दूसरी फसलों को शामिल करने से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है।

बाजार की योजना बनाएं

संतरे के सही बाजार और खरीदारों की पहचान कर बिक्री सुनिश्चित करें।