दक्षिण भारत के तटीय क्षेत्रों में उगाई जाती है।
आंध्र प्रदेश, कर्नाटका, तमिलनाडु, और केरल।
दिसम्बर से फरवरी तक यह पेड़ों पर अधिकतम फलने का समय होता है।
पाम ऑयल की खेती में सुरक्षित उपकरणों का उपयोग किया जाता है, जिससे किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
इस तेल का उपयोग भोजन और औद्योगिक उत्पादों में होता है, जिससे इसका महत्व बढ़ जाता है।