गांवों में रोजगार की राह – मनरेगा की पूरी जानकारी

मनरेगा क्या है ?

मनरेगा यानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, ग्रामीण भारत को आर्थिक मजबूती देने वाली एक अहम योजना है।

मनरेगा की शुरुआत कब और क्यों हुई?

मनरेगा की शुरुआत 2005 में हुई थी। इसका उद्देश्य गांवों में रहने वाले परिवारों को साल में कम से कम 100 दिन का मज़दूरी वाला रोजगार देना है।

कौन ले सकता है लाभ?

मनरेगा के तहत भारत का कोई भी ग्रामीण नागरिक जिसकी उम्र 18 साल या उससे अधिक है, इस योजना का लाभ ले सकता है।

कैसे मिलता है काम?

काम पाने के लिए पहले नरेगा जॉब कार्ड बनवाना पड़ता है। ग्राम पंचायत में आवेदन करने पर यह कार्ड प्राप्त किया जा सकता है।

किस तरह का काम मिलता है?

मनरेगा के तहत मजदूरों को ग्रामीण विकास से जुड़े कार्य दिए जाते हैं जैसे: तालाब की सफाई, मिट्टी भराई, कुआं खुदाई आदि।

मजदूरी का भुगतान कैसे होता है?

काम पूरा करने के बाद मजदूरी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।