रासायनिक खादों का अत्यधिक उपयोग मिट्टी की उर्वरक क्षमता को कम करता है। जैविक खाद से मिट्टी की सेहत और उर्वरक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। जैविक खाद किसानों के लिए सस्ती और पर्यावरण-friendly विकल्प है।
देसी गाय या भैंस का गोबर गोमूत्र, गुड़ सड़े दालें, लकड़ी का बुरादा 1 किलो मिट्टी
एक प्लास्टिक ड्रम में गोबर डालें और गोमूत्र मिलाएं। गुड़, सड़ी दाल और लकड़ी का बुरादा डालें। मिश्रण को 1 किलो मिट्टी में मिला कर 20 दिन तक ढक कर रखें।
10 किलो गोबर, 10 लीटर गोमूत्र, 1 किलो चोकर, 1 किलो गुड़ का मिश्रण। इस मिश्रण में 1-2 लीटर पानी डालें।
20 दिन बाद जैविक खाद तैयार होती है, जिसमें सूक्ष्म जीवाणु होते हैं। यह खाद पौधों की जड़ों को नाइट्रोजन, आयरन और कैल्शियम प्रदान करती है। इससे फसल की जल्दी वृद्धि और गुणवत्ता में सुधार होता है।