मई में गर्मी चरम पर होती है, इसलिए मिट्टी को पलटना, जुताई करना और नमी बनाए रखना बेहद जरूरी होता है।
फसलें जैसे मूंग, उड़द और मक्का की निराई-गुड़ाई और सिंचाई समय से करें ताकि उत्पादन बेहतर हो।
मई में खरपतवार तेजी से बढ़ते हैं। समय पर नियंत्रण से फसल की बढ़त बनी रहती है।
गर्मी के मौसम में कई कीट और बीमारियाँ फसलों पर हमला करती हैं, जैविक और रासायनिक दोनों उपाय अपनाएं।
तेज़ गर्मी में पशुओं को छाया, स्वच्छ पानी और नमक-खनिज की पर्याप्त व्यवस्था दें।