गाजर विटामिन ए का बेहतरीन स्रोत है, जो आँखों की सेहत के लिए लाभकारी है। इसे हल्की और दोमट मिट्टी में उगाना आसान है, और यह बीज बोने के 70-80 दिनों के भीतर कटाई के लिए तैयार हो जाती है। नियमित पानी देने की आवश्यकता होती है।
आलू विटामिन सी और पोटेशियम से भरपूर होते हैं, जो ऊर्जा और हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। यह फसल मध्यम उर्वरता वाली मिट्टी और ठंडी जलवायु में सबसे अच्छी उपज देती है। 90-120 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
मूली पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होती है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। इसे ठंडी और शुष्क जलवायु में उगाना आसान है और यह 30-40 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
शलगम विटामिन सी और फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होता है। इसे उर्वर मिट्टी और ठंडी जलवायु में उगाना सबसे अच्छा होता है। 60-80 दिनों में यह कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
बीट रूट आयरन और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है, जो रक्त संचार को बढ़ाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है। इसे हल्की और उपजाऊ मिट्टी में उगाना आसान है, और यह 55-70 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। नियमित सिंचाई और धूप की आवश्यकता होती है।