रोग की पहचान

पत्तियों पर पीले-नारंगी धारियाँ और छोटे फफोले। हाथ से छूने पर पीला पाउडर दिखता है। ठंडा और नमी भरा मौसम (6-18°C) अनुकूल है।

रोग से बचाव

खेत में जल-जमाव न होने दें। नाइट्रोजन युक्त उर्वरक का अधिक उपयोग न करें। जनवरी-फरवरी में फसल की निगरानी करें।

प्रभावित फसल का उपचार

संक्रमित पौधों को नष्ट करें। कवकनाशी रसायनों का छिड़काव करें।

सरकारी सहायता

जरूरत पर अनुदान पर पौध संरक्षण रसायन उपलब्ध कराए जाते हैं।