किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास किए जा रही है। सरकार किसानों को व्यापारिक फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। सूखे क्षेत्र के किसानों के लिए सरकार ने अब बड़ा एलान किया है। सरकार की ओर से अंजीर की खेती (fig farming) को महत्व दिया जा रहा है।
खास बात यह है कि अंजीर की खेती (Fig Farming) के लिए किसानों को राज्य सरकार की ओर से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) भी दी जा रही है। हमारे इस लेख को पढ़ कर आप इस योजना से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अंजीर की खेती
सबसे अधिक अंजीर उत्पादन मुख्य रूप से मध्य पूर्व के देशों में होता है, भारत अंजीर उत्पादन में 12वें स्थान पर है। भारत में, अंजीर को एक छोटी फल वाली फसल माना जाता है और आम (खाद्य) अंजीर की व्यावसायिक खेती ज्यादातर महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश (लखनऊ और सहारनपुर) कर्नाटक (बेल्लारी, चित्रदुर्ग और श्रीरंगपट्टनम) और तमिलनाडु (कोयंबटूर) के पश्चिमी हिस्सों तक ही सीमित है।
अंजीर की खेती शुष्क और अर्ध-शुष्क, उच्च गर्मी, भरपूर धूप और मध्यम तापमान में की जाती है। अंजीर का पौधा 45 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को भी सहन कर सकता है। अंजीर की खेती के लिए बाड़मेर क्षेत्र की जलवायु परिस्थितियाँ अत्यधिक उपयुक्त हैं।
किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से, ऐसी कृषि पद्धतियों पर जोर दिया गया है जो कम लागत पर अधिक आय उत्पन्न करने की ओर उन्मुख हों। इसी कड़ी में सोचते हुए सरकार ने इसकी खेती करने पर सब्सिड़ी देने का फैसला किया है।
आप की जानकारी के लिए बता दें सरकार के द्वारा अंजीर की खेती पर किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान की जा रही है। ये सब्सिड़ी केंद्र सरकार की ओर से संचालित राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत दी जाएगी। कई राज्य सरकार फल, सब्जी की खेती पर 50 प्रतिशत या इससे भी अधिक सब्सिडी देती हैं। इसी कड़ी में यूपी सरकार की ओर से किसानों को ड्राई फ्रूटस् की खेती के लिए जागरूक किया जा रह है।
इसकी मुख्य किस्म "डायना" है जिसे पौधों के बीच 4x4 मीटर की दूरी पर लगाया जाता है। पौधे तीसरे वर्ष में पैदावार देना शुरू कर देते हैं और प्रत्येक पौधा 15-20 किलोग्राम कच्चा माल (फल) देता है।
जिससे की वे अच्छा मुनाफा कमा सकें। सरकार प्रदेश में पड़ी बंजर भूमि पर अंजीर की खेती करने के लिए किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान करती है। इस योजना से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए जिले के उद्यानिकी विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
किसानों को हो सकता है अच्छा मुनाफा
उपज की बहुत अधिक मांग और नजदीकी बाजारों की उपलब्धता इसे अंजीर उत्पादकों के लिए लाभ का सौदा बनाती है। अपने उच्च पोषक मूल्य के कारण इस उत्पाद की स्थानीय के साथ-साथ उद्योगों में भी उच्च मांग है।
अंजीर की खेती से किसान काफी अच्छी कमाई कर सकते है। लगभग एक एकड़ में अंजीर के 100 पौधे लगाए जा सकते हैं। क्वालिटी के हिसाब से बाजार में इसका रेट 500 से 800 रुपए किलोग्राम तक है। इस हिसाब से किसान अंजीर की एक एकड़ में खेती करके 10 से 15 लाख रुपए की कमाई आसानी से कर सकते हैं।