मखाने को सूखे फल की श्रेणी में रखा जाता है, जिसका रोजाना सेवन करना शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है.
मखाना की खेती पर बिहार सरकार 75 फीसदी तक सब्सिडी प्रदान करती है। मखाना फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है, इसके अलावा इसमें कई महत्वपूर्ण तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं।
ऐसे में यह हमें कई तरह के फायदे देते हैं, जिसके कारण इसको 'सुपरफूड' भी कहा जाता है।
मखाने को सूखे फल की श्रेणी में रखा जाता है, जिसका रोजाना सेवन करना शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है।
मखाने में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में मदद करते हैं।
मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार 'मखाना विकास योजना' चला रही है। राज्य सरकार ने मखाने की खेती करने पर प्रति हेक्टेयर लागत 97,000 रुपये निर्धारित की है।
किसान भाइयों को 75% फीसद सब्सिडी यानी 72,750 रुपये की सब्सिडी सरकार की तरफ से दी जाएगी। इसका मतलब आपको अपनी जेब से सिर्फ 24,250 रुपये खर्च करने होंगे।
सूखे फल को फॉक्स नट्स के नाम से भी जाना जाता है, ये सफेद रंग के और आकार में काफी छोटे होते हैं।
विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर मखाना (Mahkana) खाने में बहुत ही स्वादिष्ट और कुरकुरे होते हैं। अगर मखाने की न्यूट्रिशन वैल्यू की बात करें तो इसमें 20% तक फाइबर और 12 ग्राम तक प्रोटीन होता है।
इसके अलावा मिनरल्स में 15% मैग्नीशियम, 10 फीसदी विटामिन 'बी', 10% फास्फोरस, 12% पोटेशियम और 5% आयरन होता है।
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अगर मखाना खाने के फायदे की बात करें तो फाइबर से भरपूर होने के कारण ये पाचन तंत्र को सुधारता है।
इसमें पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी पाया जाता है, जो दिल को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मखाने में अधिक मात्रा में मौजूद फाइबर और प्रोटीन वजन को कम करने और मधुमेह को नियंत्रित करने में लाभदायक होते हैं।
इसमें विटामिन 'B' और विटामिन 'E' भी पाए जाते हैं, जो त्वचा और बालों के लिए अच्छे होते हैं।
मखाने (Makhana) खाने से इतने सारे फायदे होने के कारण इसको सुपरफूड भी कहा जाता है। जो लोग मखाने खाने के फायदे जानते हैं, वो इसका रोजाना इस्तेमाल करते हैं।
आम तौर पर लोग इसको सुबह और शाम को स्नैक्स के रूप में खाते हैं। हालांकि, मखाने को सलाद, स्मूदी और मिठाई में भी मिलाकर खाया जाता है।