आज हम इस आर्टिकल में आपको बताने वाले हैं की कैसे बायो डी कंपोजर का इस्तेमाल करके किसान अपनी खेती को और ज्यादा लाभदायक बना सकते हैं। इस बायो डी कंपोजर से किसान अपनी फसल को अनेक बैक्टीरियल और फंगल बीमारियों से बचा सकते हैं।
इस 'बायो डी कंपोजर' को जैविक कृषि अनुसंधान केंद्र के द्वारा बनाया गया है। इस डी कंपोजर में न कोई खाद, न कोई पैस्टिसाइड, न फफूंदनाशी की कोई आवश्यकता नहीं है बस डी कंपोजर का ही इस्तेमाल फसल को बचने के लिए किया जायेगा। किसानों के लिए इसको नयी विधि के रूप में भी शामिल किया गया है।
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ये 'बायो डी कंपोजर' किसानों की लागत को काफी हद तक कम कर देती है और किसान भाइयो का ज्यादा खर्चा नहीं होने देती। इसकी वजह से पेस्टीसिड्स और अनेक प्रकार के खादों पर पर भी नियंत्रण रहता है और किसान भाई को खर्चा बहुत कम होता है।
सबसे पहले एक ड्रम या कोई बड़ी टंकी लें और उसमें 200 लीटर पानी डालें उसकी के साथ उस पानी में 2 किलोग्राम पुराना गुड़ अच्छे तरीके से मिलाए।
अब जो भी डी कंपोजर आपने तैयार किया है उसको एक बोतल में निकालें और एक लकड़ी की सहायता से उसे चलाएं और उस पानी को अपने हाथों से बिलकुल नहीं छुए।
अब रोजाना आपको उस घोल को कम से कम 5 मिनट तक चलाना है लकड़ी की मदद से ऐसा अगर आप लगातार 7 दिन तक करते हैं तो वही घोल कुछ मिटटी के रंग जैसा दिखाई देगा।
अब कम्पोस्ट बनाने के लिए आपको किसी छायादार जगह में प्लास्टिक शीट को बिछाना होगा और उसपर गोबर की 1 टन खाद को अच्छे तरीके से बिछाना होगा फिर उसी खाद पर 20 लीटर तैयार किया गया घोल का छिड़काव करें।
इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराएं जब तक 200 लीटर तैयार किया गया घोल ख़तम न हो जाये और तैयार किया गए कम्पोस्ट में कम से कम 60 प्रतिशत नमी बनाये रखें।
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'बायो डी कंपोजर' का छिड़काव हर 7 दिन के अंतराल में करना चाहिए इसी तरीके से 40 से 50 दिनों में आपका कम्पोस्ट बांके तैयार हो जायेगा।
जैसा की हम सभी जानते हैं बायो डी कंपोजर सिर्फ फसल को बर्बाद होने से ही नहीं बचाता बल्कि इसके अनेक फायदे हैं। 30 लीटर बायो डी कंपोजर को 70 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करते रहना चाहिए इससे अनेक तरह की बीमारियों को फसल में लगने से बचाया जा सकता है। जैसे की मृदाजनित, जीवाणुजनित बीमारियों से बचाया जा सकता है।
10 दिन के अंतराल पर इन कम्पोस्ट का स्प्रे करते रहना चाहिए जिससे की कीटों पर इसका असरदायक प्राभ पड़े। 200 लिटर बायो डीकंपोजर को किसान भाई स्प्रिंकल सिंचाई और ड्रिप सिंचाई दोनों के अनुसार अपनी खड़ी फसल में इस्तेमाल कर सकते हैं।
किसान भाई अपने खेत में इस बायो डीकंपोजर का इस्तेमाल कुछ इस प्रकार कर सकते हैं:
डीकंपोजर में 3 भाग पानी मिलकर कर खेत में स्प्रे करना चाहिए जिससे की फसल को सारे पोषक तत्त्व मिलम सकें और सभी बीमारियों से भी फसल बची रहे। जिन किसानों ने इस बायो डीकंपोजर का इस्तेमाल किया है उनके खेतों में फसल में कोई भी बीमारी नहीं पायी है। इसी के साथ इसका इस्तेमाल करने से फ़र्टिलाइज़र की ज़रूरत भी कम पड़ती है।
जैसा की आज हमने आपको इस आर्टिकल में बायो डीकंपोजर के बारे में बताया की कैसे आप उसका इस्तेमाल करके अपने खेत की फसल को बर्बाद होने से बचा सकते हैं। ऐसे ही और मत्वपूर्ण जानकारी से भरपूर कंटेंट आप पढ़ना चाहते हैं और अपनी फसल को खराब होने से बचाना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट ट्रॅक्टरबर्ड को फॉलो कर सकते हैं। यहाँ हम इसी प्रकार के खेती से जुडी हुई बातों को विस्तार रूप से बताते हैं।
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