भारत में मानसून ने कई राज्यों में बारिश के साथ अपनी दस्तक दे दी है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है।
इसी बीच मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में देश के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक 18 से 26 जुलाई तक गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है।
19 जुलाई को उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक और निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है, जो तीव्र होकर डिप्रेशन में बदल सकता है। यदि यह डिप्रेशन में बदलता है तो यह इस मानसून सीजन का पहला डिप्रेशन होगा।
इसके कारण 18 से 26 जुलाई के बीच आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात, मुंबई, कोंकण, गोवा, कर्नाटक और केरल के कई भागों में अति भारी बारिश हो सकती है।
26 जुलाई के आसपास पश्चिम बंगाल के ऊपर एक और सिस्टम बन सकता है, जिससे 26 से 31 जुलाई तक पूर्वी भारत, मध्य भारत और उत्तर पश्चिम भारत के कई भागों में अच्छी बारिश हाे सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के सक्रिय रहने के कारण भोपाल, खरगोन, खंडवा, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, पांडुना और अनूपपुर में 18 जुलाई को अधिक बारिश हो सकती है। वहीं 19 जुलाई से प्रदेश के सभी जिलों में जोरदार बारिश और थंडरस्टॉर्म दर्ज किया जा सकता है।
18 और 19 जुलाई को देवास, सीहोर, सागर, सिवनी, मंडला, बालाघाट में तेज बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी हल्की बारिश, आंधी या गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में 18 जुलाई से भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के जयपुर केंद्र की ओर से इससे पहले प्रदेश के 9 जिलों में भारी बारिश और 4 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
इसमें भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा, राजसमंद, उदयपुर, जालौर और पाली भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
यहां 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। उधर 4 जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और सिरोही अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार 18 जुलाई को मुबंई में मध्यम बारिश होने की संभावना है। कुछ जगहों पर एक या दो बार भारी बारिश भी संभव है।
इस दौरान मध्यप्रदेश के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र और मानसून ट्रफ से मिल जाएगा। इसके बाद 19 और 20 जुलाई को हल्की बारिश की उम्मीद है।
इस अंतराल के दौरान 19 जुलाई को बंगाल की खाड़ी के ऊपर नया कम दबाव का क्षेत्र बनेगा और 21 जुलाई को अंतर्देशीय इलाकों में चला जाएगा।
मुंबई सहित कोंकण में 21 से 24 जुलाई के बीच मौसमी गतिविधियां बढ़ेंगी। पहले दो दिन इसका फैलाव और तीव्रता अधिक रह सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश यूपी में अगले पांच दिनों तक बारिश जारी रहेगी। लेकिन 20 व 21 जुलाई के दौरान भारी बारिश हो सकती है। वहीं उत्तरखंड के लिए 18 जुलाई को तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
अगले तीन दिनों में गुजरात के अधिकांश भागों और सौराष्ट्र कच्छ में बारिश का प्रसार और तीव्रता बढ़ने की संभावना है। बाढ़ की बारिश से सामान्य जीवन बाधित हो सकता है और कनेक्टिविटी प्रभावित हो सकती है।
वहीं अगले दो दिनों के लिए 18 और 19 जुलाई को, गंभीर मौसम की गतिविधि मुख्य रूप से जामनगर, पोरबंदर, ओखा, राजकोट, कांडला, भुज, नलिया और लखपत को कवर करेगी।
20 जुलाई और इसके बाद के दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी। 18 से 19 जुलाई के बीच की अवधि में राज्य के शेष भागों में मध्यम बारिश होने की संभावना है।