उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ग्रामीण और शहरी महिलाओं को बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है।
इस योजना के तहत, एक लाख ‘सूर्य सखियों’ के माध्यम से गांव-गांव तक सौर ऊर्जा की रोशनी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूपीएसआरएलएम) के सहयोग से शुरू की गई। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है।
एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि योगी सरकार ग्रामीण विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है।
इसी क्रम में स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं को सोलर पैनल, लाइटिंग, और ईवी चार्जिंग जैसी सौर ऊर्जा आधारित परियोजनाओं से जोड़ा जा रहा है।
‘महिला सूर्य सखी’ पहल के तहत महिलाएं सौर ऊर्जा से संबंधित उपकरणों की स्थापना, रखरखाव, और मरम्मत का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और सामाजिक स्थिति मजबूत होगी।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में बुधवार, 27 अगस्त को ‘महिलाओं की मजबूत आर्थिक स्थिति के लिए विकेंद्रीकृत ऊर्जा’ (डीआरई) कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम का लक्ष्य वर्ष 2030 तक एक लाख महिला नेतृत्व वाले उद्यमों तक विकेंद्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा (डीआरई) समाधान पहुंचाना है।
यूपीएसआरएलएम की निदेशक दीपा रंजन ने बताया कि डीआरई ऑफ-ग्रिड और मिनी-ग्रिड ऊर्जा समाधानों से संबंधित है, जो ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में स्वच्छ, सस्ती, और विश्वसनीय ऊर्जा प्रदान करेगा।
इस कार्यक्रम में देश और विदेश के सौर ऊर्जा विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे और डीआरई को धरातल पर उतारने के लिए रणनीति तैयार करेंगे।
यह पहल न केवल सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देगी, बल्कि ग्रामीण और शहरी महिलाओं को छोटे पैमाने के उद्यम स्थापित करने के अवसर प्रदान करेगी।
दीपा रंजन ने बताया कि इस पहल को सफल बनाने के लिए यूपीएसआरएलएम ने कई प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ साझेदारी की है, जिनमें पीसीआई इंडिया, एचसीबीसी, ग्लोबल एनर्जी एलायंस फॉर पीपल एंड प्लैनेट, गेट्स फाउंडेशन इंडिया और प्रेरणा ओजस शामिल हैं।
उपरोक्त संस्थाएं प्रदेश के 20 जिलों में डीआरई को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस सहयोग से एक समावेशी और लचीला स्वच्छ ऊर्जा तंत्र विकसित किया जाएगा, जो महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाएगा।
प्रश्न : सूर्य सखी योजना क्या है ?
उत्तर : सूर्य सखी योजना के तहत एक लाख 'सूर्य सखियों' के माध्यम से गांव-गांव तक सौर ऊर्जा की रोशनी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रश्न : सूर्य सखी योजना का क्या उद्देश्य है ?
उत्तर : प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यूपीएसआरएलएम) के सहयोग से शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है।
प्रश्न : सूर्य सखी योजना का वर्ष 2030 तक क्या लक्ष्य निर्धारित किया गया है ?
उत्तर : सूर्य सखी योजना का लक्ष्य वर्ष 2030 तक एक लाख महिला नेतृत्व वाले उद्यमों तक विकेंद्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा (डीआरई) समाधान पहुंचाना है।