मौसम विज्ञान में चक्रवात शब्द को काफी आसान शब्दों में परिभाषित किया जाता है। हवाओं की एक प्रणाली जो कम बैरोमीटर के दबाव वाले क्षेत्र में अंदर की ओर घूम रही है, जैसे कि उत्तरी गोलार्ध में यह वामावर्त है और दक्षिणी गोलार्ध में यह दक्षिणावर्त परिसंचरण है।
चक्रवात प्रमुख रूप से चार प्रकार के होते हैं। उष्णकटिबंधीय चक्रवात, ध्रुवीय चक्रवात, मेसोसायक्लोन और अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय चक्रवात
चक्रवात समुद्र से वायुमंडल में भारी मात्रा में ऊर्जा के साथ बनते हैं। अध्ययनों के मुताबिक, विश्वभर में प्रति वर्ष में 70 से 90 चक्रवाती सिस्टम विकसित होते हैं।
कोरिओलिस बल की वजह से सतही हवाएँ निम्न दबाव प्रणाली की ओर सर्पिल हो जाती हैं। भूमध्यरेखीय क्षेत्रों में चक्रवाती तंत्र नहीं बनते। क्योंकि 5 डिग्री उत्तर और 5 डिग्री दक्षिण अक्षांशों के बीच कोरिओलिस बल नगण्य होता है।
दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में चक्रवात के अलग-अलग नाम हैं, और वे हैं कैरेबियन सागर, तूफान, चीन सागर, टाइफून, हिंद महासागर, ऊष्णकटिबंधी चक्रवात, जापान, ताइफू, उत्तरी ऑस्ट्रेलिया, विली विली, फिलिपींस, बागुइओ, यूएसए, तूफान इत्यादि।
चक्रवातों का निर्माण कम दबाव वाले इलाकों में होता है। जिन जगहों पर चक्रवात आता है, उसकी संवेदनशीलता चक्रवात की स्थलाकृति, तीव्रता और आवृत्ति पर निर्भर करती है।