सोनालिका ट्रैक्टर भारत का नंबर-1 ट्रैक्टर एक्सपोर्ट ब्रांड होने के साथ-साथ देश का तीसरा सबसे बड़ा ट्रैक्टर निर्माता भी है। 20 से 120 HP तक की रेंज में उपलब्ध इसके हैवी-ड्यूटी और एडवांस ट्रैक्टर दुनिया भर के किसानों की अलग-अलग खेती और क्षेत्रीय जरूरतों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किए गए हैं।
सोनालिका के हर ट्रैक्टर में ताकतवर इंजन, आधुनिक ट्रांसमिशन और सटीक हाइड्रोलिक सिस्टम मिलता है, जो खेत में बेहतर परफॉर्मेंस, ज्यादा उत्पादकता और किसानों की समृद्धि को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में मदद करता है।
किसान साथियों, आज हम इस लेख में सोनालिका के सोनालिका DI 47 टाइगर और सोनालिका DI 745 III ट्रैक्टर के बारे में जानेंगे।
सोनालिका DI 47 टाइगर और सोनालिका DI 745 III दोनों ट्रैक्टर 45–50 HP कैटेगरी में भारतीय किसानों के बीच काफी पसंद किए जाते हैं। हालाँकि, इन्हें किसानों की अलग-अलग खेती की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। सही चुनाव इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी खेती में रोज़ाना किस तरह के काम होते हैं और मशीन से कितना भारी लोड उठाने की अपेक्षा रहती है।
सोनालिका DI 47 टाइगर (DI 47 HDM+) 4-सिलेंडर इंजन और 2000 किग्रा की लिफ्टिंग क्षमता के साथ MB जुताई, भारी कल्टीवेटर, ट्रॉली ढुलाई और लंबे समय तक निरंतर काम के लिए बेहतर विकल्प बनता है। वहीं, सोनालिका DI 745 III 3-सिलेंडर इंजन के साथ रोटावेटर, बुवाई, स्प्रे और सामान्य खेती के कार्यों में ईंधन दक्षता और सरल संचालन के लिए उपयुक्त है।
इंजन परफॉर्मेंस के लिहाज़ से दोनों ट्रैक्टर 1900 RPM पर 210 Nm टॉर्क देते हैं, लेकिन इंजन कॉन्फ़िगरेशन में अंतर साफ दिखता है। DI 47 टाइगर का 4-सिलेंडर इंजन स्मूथ पावर डिलीवरी, कम वाइब्रेशन और भारी कामों में बेहतर स्थिरता देता है। इसके मुकाबले DI 745 III का 3-सिलेंडर इंजन रोज़मर्रा के कार्यों में किफायती ईंधन खपत और भरोसेमंद परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है। भारी लोड और लगातार ऑपरेशन के लिए DI 47 टाइगर को बढ़त मिलती है।
ट्रांसमिशन में दोनों ट्रैक्टर कॉन्स्टेंट मेश सिस्टम के साथ आते हैं, जो टिकाऊ और स्मूथ शिफ्टिंग सुनिश्चित करता है। DI 47 टाइगर में 8F+2R या 12F+3R गियरबॉक्स के विकल्प मिलते हैं, साथ ही सिंगल/डुअल/डबल क्लच की सुविधा इसे PTO-आधारित कामों के लिए लचीला बनाती है। DI 745 III अधिक विकल्प देता है—8F+2R, 12F+3R और 16F+4R—जहाँ 16-स्पीड गियरबॉक्स सटीक स्पीड कंट्रोल वाले कामों में खास फायदा देता है।
ब्रेक और स्टीयरिंग की बात करें तो DI 47 टाइगर में मल्टी डिस्क ऑयल-इमर्स्ड ब्रेक और स्टैंडर्ड पावर स्टीयरिंग मिलती है, जो भारी ट्रॉली और लंबे समय तक काम में सुरक्षा व आराम बढ़ाती है। DI 745 III भी ऑयल-इमर्स्ड ब्रेक के साथ आता है और वेरिएंट के अनुसार मैकेनिकल या पावर स्टीयरिंग का विकल्प देता है, जिससे अलग-अलग जरूरतों के अनुसार चयन संभव होता है।
हाइड्रोलिक्स में दोनों ट्रैक्टर 2000 किग्रा की लिफ्टिंग क्षमता प्रदान करते हैं, जो आधुनिक और भारी उपकरणों के लिए पर्याप्त है। DI 47 टाइगर के 5G एडवांस्ड हाइड्रोलिक्स स्मूथ लिफ्टिंग, बेहतर डेप्थ कंट्रोल और लंबे ऑपरेशन में स्थिर परफॉर्मेंस देते हैं। DI 745 III के स्टैंडर्ड हाइड्रोलिक्स भरोसेमंद, मेंटेनेंस-फ्रेंडली और दैनिक खेती के लिए उपयुक्त हैं।
सोनालिका के उपरोक्त दोनों ही ट्रैक्टर काफी अच्छे हैं। अगर आपकी खेती में भारी जुताई, ट्रॉली ढुलाई और लगातार लोड वाला काम ज़्यादा है, तो सोनालिका DI 47 टाइगर बेहतर विकल्प साबित होता है। वहीं, यदि आप ईंधन दक्षता, सरल संचालन और नियमित खेती के कामों पर फोकस करते हैं, तो सोनालिका DI 745 III आपके लिए ज्यादा फायदेमंद, संतुलित, किफायती और सही विकल्प है।