सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए काफी बड़ी खुशखबरी है। भारत के कई राज्यों में किसान बड़े पैमाने पर सोयाबीन की खेती करते हैं।
भारत सरकार ने महाराष्ट्र और राजस्थान के सोयाबीन उत्पादक किसानों को खरीद की समय-सीमा में बढोतरी कर किसानों को राहत दी है।
केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र राज्य के लिए सोयाबीन बिक्री की समय सीमा 31 जनवरी तक कर दी है।
वहीं, भारत सरकार ने राजस्थान सोयाबीन किसानों को इसकी बिक्री के लिए 4 फरवरी तक का समय दिया है।
भारत सरकार द्वारा प्राइस सपोर्ट स्कीम (PSS) के तहत 4,892 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद की जा रही है। अब तक देशभर में 13.68 लाख टन सोयाबीन खरीदा गया है।
अगर हम सोयाबीन बिक्री की पहली समय सीमा की बात करें तो यह पहले क्रमशः 12 जनवरी और 15 जनवरी तक निर्धारित थी।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर कहा कि "सरकार किसानों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
तेलंगाना से भी 25,000 टन की अतिरिक्त खरीद को मंजूरी दी गई है, जहां पहले ही 59,508 टन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा चुका है।"
किसान साथियों, अगर हम मीडिया रिपोर्ट्स की बात करें तो वर्तमान में भारतभर में सोयाबीन की समकुल खरीद 13.68 लाख टन तक होने की खबर सामने आई है।
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भारत के केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है, कि "खरीद प्रक्रिया की निगरानी और समीक्षा के लिए कृषि भवन में हर सोमवार को साप्ताहिक बैठकें आयोजित की जाऐंगी।
भारत में इन बैठकों के अंतर्गत फसल की स्थिति, खरीद की प्रगति, मूल्य प्रवृत्ति और मौसम की स्थिति का आंकलन किया जाएगा।"
भारत सरकार द्वारा उठाए गए इस सराहनीय कदम से निश्चित रूप से किसानों की दिक्कत कम होंगी।
किसानों को सोयाबीन की खेती करने के लिए काफी प्रोत्साहन मिलेगा। सोयाबीन किसानों के लिए यह फैसला बेहद सहायक और आर्थिक बल देने वाला है।