सोयाबीन किसानों के लिए बड़ी राहत: खरीद समय सीमा बढ़ी

By: tractorchoice Published on: 21-Jan-2025

सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए काफी बड़ी खुशखबरी है। भारत के कई राज्यों में किसान बड़े पैमाने पर सोयाबीन की खेती करते हैं। 

भारत सरकार ने महाराष्ट्र और राजस्थान के सोयाबीन उत्पादक किसानों को खरीद की समय-सीमा में बढोतरी कर किसानों को राहत दी है। 

केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र राज्य के लिए सोयाबीन बिक्री की समय सीमा 31 जनवरी तक कर दी है। 

वहीं, भारत सरकार ने राजस्थान सोयाबीन किसानों को इसकी बिक्री के लिए 4 फरवरी तक का समय दिया है। 

भारत सरकार द्वारा प्राइस सपोर्ट स्कीम (PSS) के तहत 4,892 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीद की जा रही है। अब तक देशभर में 13.68 लाख टन सोयाबीन खरीदा गया है। 

अगर हम सोयाबीन बिक्री की पहली समय सीमा की बात करें तो यह पहले क्रमशः 12 जनवरी और 15 जनवरी  तक निर्धारित थी। 

तेलंगाना के किसानों के लिए भी अच्छी खबर 

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर कहा कि "सरकार किसानों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। 

तेलंगाना से भी 25,000 टन की अतिरिक्त खरीद को मंजूरी दी गई है, जहां पहले ही 59,508 टन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा चुका है।" 

देशभर में सोयाबीन की कितनी खरीद हुई ? 

किसान साथियों, अगर हम मीडिया रिपोर्ट्स की बात करें तो वर्तमान में भारतभर में सोयाबीन की समकुल खरीद 13.68 लाख टन तक होने की खबर सामने आई है। 

  • भारत में सोयाबीन की खेती करने वाले प्रमुख राज्यों में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पंजाब का नाम शामिल है। 
  • भारत में मध्य प्रदेश को प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्य माना जाता है। मध्य प्रदेश में सोयाबीन की खेती काफी बडे स्तर पर की जाती है। 
  • सबसे खास बात यह भी है, कि मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में सोयाबीन शोध केंद्र भी है।

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साप्ताहिक समीक्षा बैठकें की जाऐंगी - केंद्रीय कृषि मंत्री 

भारत के केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है, कि "खरीद प्रक्रिया की निगरानी और समीक्षा के लिए कृषि भवन में हर सोमवार को साप्ताहिक बैठकें आयोजित की जाऐंगी। 

भारत में इन बैठकों के अंतर्गत फसल की स्थिति, खरीद की प्रगति, मूल्य प्रवृत्ति और मौसम की स्थिति का आंकलन किया जाएगा।" 

इससे किसानों को क्या लाभ मिलेगा ?

  • किसानों को सोयाबीन की खरीद समयसीमा में वृद्धि होने की वजह से बड़ी संख्या में किसानों को उनकी सोयाबीन की उपज बेचने का मौका मिलेगा। 
  • किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद होने से उनकी पैदावार का समुचित भाव मिल पाएगा। 
  • तेलंगाना में अतिरिक्त खरीद के फैसले से राज्य के किसान भाइयों को भी काफी फायदा होगा। 

निष्कर्ष -

भारत सरकार द्वारा उठाए गए इस सराहनीय कदम से निश्चित रूप से किसानों की दिक्कत कम होंगी। 

किसानों को सोयाबीन की खेती करने के लिए काफी प्रोत्साहन मिलेगा। सोयाबीन किसानों के लिए यह फैसला बेहद सहायक और आर्थिक बल देने वाला है। 

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