भारत के समस्त राज्यों में गर्मी का कहर जारी है। सुव्यवस्थित ढ़ंग से गर्मियों में ट्रैक्टर की देखभाल ना करने से बहुत सारी दिक्कत-समस्याएं आने लगती हैं।
खेतों में काम या सफर करने के दौरान बड़ी परेशानियाँ होने का संकट बढ़ जाता है, जिसमें इंजन का ओवरहीट होना भी शम्मिलित है। लेकिन क्या आप जानते हैं, ट्रैक्टर के इंजन को कुछ बातों को ध्यान में रखकर ओवरहीट होने से बचाया जा सकता है।
गर्मी के मौसम में ज्यादातर कृषकों के सामने ट्रैक्टर के इंजन का तापमान बहुत ज्यादा होने की समस्या आती है, जिससे कई बड़ी परेशानियां खड़ी हो जाती हैं।
ट्रैक्टर निर्माता अपने वाहन को ओवरहीटिंग से बचाने के लिए कूलेंट का इस्तेमाल करते हैं। बतादें, कि कूलेंट इंजन के तापमान को सामान्य बनाए रखता है।
परंतु, कभी-कभी यह खराब भी हो जाता है, जिससे इंजन ओवरहीट होना प्रारंभ हो जाता है। इसलिए आपको इसे समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए।
विशेषतौर पर गर्मी के मौसम में ट्रैक्टर को चलाने से पहले उसके कूलेंट को चेक कर लेना चाहिए। अगर कूलेंट खराब है, तो आपको इसे बदल लेना चाहिए।
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ट्रैक्टर के इंजन के ओवरहीट होने की सबसे आम वजह कूलेंट की लीकेज होना होता है। अगर ट्रैक्टर का कूलेंट कई दिनों से लीक हो रहा है, तो फिर खेतों में काम करते वक्त ओवरहीट की समस्या आ सकती है।
इसलिए प्रयास करें कि सफर को शुरू करने से पहले इंजन के आसपास लीकेज को जरूर चेक करें। अगर ट्रैक्टर के इंजन के आसपास कूलेंट कहीं से लीकेज करे तो आपको इसे किसी मैकेनिक से ठीक करवाना चाहिए।
ट्रैक्टर के इंजन को ठंडा रखने के लिए कूलेंट काम करता है. लेकिन आपको बता दें, कूलेंट को ठंडा रखने के लिए ट्रैक्टर में रेडिएटर दिया जाता है।
रेडिएटर जालीदार होता है, जिससे कूलेंट जल्दी ठंडा होता है और इंजन के तापमान को कम रखता है। ऐसे में किसानों को ट्रैक्टर के रेडिएटर को साफ रखना चाहिए।
किसानों को खेतों में लागातर ट्रैक्टर से काम करने के साथ हमेशा एक बार ब्रेक जरूर लगाना चाहिए। इससे ट्रैक्टर के इंजन को ओवरहीटिंग से बचाया जा सकता है।
तेज गर्मी में यदि आप लगातार बिना ब्रेक लगाए खेतों में काम करते हैं, तो इससे इंजन के ओवरहीट होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।