प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बिहार दौरे पर मधुबनी में पंचायती राज पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मखाना किसानों का मनोबल बढ़ाते हुए मखाना बोर्ड पर कहा कि मखाना, आज देश और दुनिया के लिए सुपरफूड है, लेकिन मिथिला की तो ये संस्कृति का हिस्सा है। इसी संस्कृति को ही हम यहां की समृद्धि का भी सूत्र बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हमने मखाने को GI टैग दिया है यानी मखाना इसी धरती का उत्पाद है, इस पर अब आधिकारिक मुहर लग गई है।
मखाना रिसर्च सेंटर को भी नेशनल स्टेटस दिया गया है। बजट में जिस मखाना बोर्ड का ऐलान किया गया है, वो बनने से मखाना किसानों का भाग्य बदलेगा।
आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि कुछ माह पूर्व भारत सरकार ने मखाना बोर्ड बनाने का निर्णय किया था। इससे बिहार, विशेषकर मिथिलांचल के हजारों मखाना किसानों को फायदा होगा। मखाना बोर्ड बनने से इस पर रिसर्च बढ़ने के साथ ही इसके व्यापार और कारोबार को भी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, देश में महिलाओं की आमदनी बढ़ाने के लिए, रोजगार-स्वरोजगार के नए अवसर बनाने के लिए सरकार मिशन मोड में कार्य कर रही है।
बिहार में चल रहे 'जीविका दीदी' कार्यक्रम से अनेक बहनों का जीवन बदला है। आज ही यहां बिहार की बहनों के स्वयं सहायता समूहों को करीब 1,000 करोड़ रुपये की मदद दी गई है। इससे बहनों के आर्थिक सशक्तिकरण को और बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, आज ही बिहार के करीब 1.5 लाख परिवार अपने नए पक्के घर में गृह प्रवेश कर रहे हैं। भारत भर के 15 लाख गरीब परिवारों को नए घरों के निर्माण के स्वीकृति पत्र भी दिए गए हैं। इनमें भी 3.5 लाख लाभार्थी हमारे बिहार के ही हैं।
आज ही लगभग 10 लाख गरीब परिवारों को उनके पक्के घर के लिए आर्थिक सहयोग भेजा गया है। इसमें बिहार के 80 हजार ग्रामीण परिवार और 1 लाख शहरी परिवार शामिल हैं।
ये भी पढ़े: जानें मखाने की खेती की विस्तृत जानकारी
पीएम मोदी ने बिहार किसानों को मखाना बोर्ड निर्माण समेत कई सारी सौगातें दे ड़ाली हैं। पीएम मोदी का यह कदम बिहार किसानों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा।