कृषि राहत पैकेज 2025: किसानों को MSP व सब्सिडी में बढ़ोतरी

By: tractorchoice Published on: 13-Oct-2025

कृषि क्षेत्र के लिए राहत पैकेज: दो योजनाएँ लॉन्च, MSP और उर्वरक सब्सिडी में इजाफा

भारत के कृषि क्षेत्र को मजबूत और आधुनिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के पूसा परिसर में आयोजित भव्य समारोह और आधुनिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के पूसा परिसर में आयोजित भव्य समारोह में कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों की 1,100 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।

इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत ₹42,000 करोड़ से अधिक है, जो ग्रामीण भारत में कोल्ड स्टोरेज, प्रोसेसिंग यूनिट्स और वेयरहाउस जैसी आधुनिक सुविधाओं के विकास को गति देंगी। 

कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य मंत्री श्री भगीरथ चौधरी प्रधानमंत्री के साथ उपस्थित रहे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह, श्री रामनाथ ठाकुर, अनेक मुख्यमंत्री, जनप्रतिनिधि और लाखों किसान विभिन्न स्थानों से वर्चुअल रूप से जुड़े।

भारत को आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में बढ़ाने की नई योजनाएँ

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दो ऐतिहासिक योजनाएँ शुरू की हैं:-

  • प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PM-DDKY)
  • आत्मनिर्भर दाल मिशन (Self-Reliance in Pulses Mission)

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना में 11 मंत्रालयों की 36 उप-योजनाएँ शामिल हैं, जिनका उद्देश्य देश के आकांक्षी जिलों में कृषि प्रगति को तेज करना है। वहीं आत्मनिर्भर दाल मिशन भारत को दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने और आयात पर निर्भरता घटाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

किसानों से संवाद और सम्मान

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दाल उत्पादक किसानों, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF), पशुपालन और मत्स्य पालन क्षेत्रों के लाभार्थियों से सीधा संवाद किया और उनकी चुनौतियों एवं नवाचारों को सुना। उन्होंने किसानों, किसान उत्पादक संगठनों (FPOs), सहकारी समितियों एवं नवाचार करने वाले व्यक्तियों को कृषि उत्कृष्टता में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।

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उर्वरक, जीएसटी राहत और एमएसपी में बढ़ोतरी

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि वैश्विक उर्वरक कीमतों में वृद्धि का बोझ भारतीय किसानों पर न पड़े। उन्होंने बताया कि आज भी एक यूरिया की बोरी ₹266 और डीएपी ₹1,350 में उपलब्ध है, जो सरकार की सब्सिडी नीति के कारण संभव हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि कृषि मशीनरी पर जीएसटी में कमी से आधुनिक उपकरण किसानों के लिए और अधिक सुलभ हुए हैं।

साथ ही, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में ऐतिहासिक बढ़ोतरी की गई है:-

  • गेहूं पर ₹160 प्रति क्विंटल,
  • चना पर ₹200,
  • मसूर पर ₹300,
  • सरसों पर ₹250,
  • सूरजमुखी पर ₹600 की वृद्धि की गई है।

किसानों की आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कदम

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) के अंतर्गत अब तक ₹3.90 लाख करोड़ से अधिक राशि सीधे किसानों के खातों में स्थानांतरित की गई है।

किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना के तहत वित्त वर्ष 2024–25 में ₹10 लाख करोड़ से अधिक के ऋण स्वीकृत किए गए हैं, जबकि ₹1.62 लाख करोड़ की ब्याज सब्सिडी दी गई है।

इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को ₹1.83 लाख करोड़ से अधिक का मुआवजा प्रदान किया गया है।

किसान संगठनों की सफलता

श्री चौहान ने बताया कि देशभर में 52 लाख से अधिक किसान FPOs के सदस्य हैं, जिनमें से 1,100 FPOs करोड़पति संगठन बन चुके हैं और उनका कुल वार्षिक कारोबार ₹15,000 करोड़ से अधिक है।

‘विकसित भारत’ और आत्मनिर्भरता का संकल्प

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार का लक्ष्य भारतीय कृषि को वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित करना और आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) के साथ ‘विकसित भारत’ की दिशा में आगे बढ़ना है।

उन्होंने कहा — “प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत किसानों की समृद्धि, स्वदेशी उद्यम और नवाचार के आधार पर एक विकसित, आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है।”

इस आयोजन ने स्पष्ट किया कि भारत सरकार किसानों की समृद्धि, ग्रामीण विकास और कृषि नवाचार के प्रति दृढ़ संकल्पित है — जिससे आने वाले वर्षों में भारत की कृषि न केवल आत्मनिर्भर, बल्कि विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी भी बनेगी।



प्रश्न: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई कृषि योजनाओं की शुरुआत कहाँ से की ?

उत्तर: पूसा परिसर, नई दिल्ली

प्रश्न: घोषित योजनाओं और परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत कितनी है ?

उत्तर :  ₹42,000 करोड़

प्रश्न: इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कितनी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया ?

उत्तर: 1,100

प्रश्न: प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई दो प्रमुख योजनाएँ कौन-सी हैं ?

उत्तर: प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना और आत्मनिर्भर दाल मिशन

प्रश्न: प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना में कितने मंत्रालयों की उप-योजनाएँ शामिल हैं?

उत्तर: 11 मंत्रालयों की 36 उप-योजनाएँ

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