योगी सरकार की तरफ से खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए धान क्रय नीति को मंजूरी दे दी है। सरकार ने धान की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी करते हुए कॉमन धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2,369 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान का एमएसपी (MSP) 2,389 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। यह पिछले साल की तुलना में प्रति क्विंटल 69 रुपए अधिक है, जिससे किसानों को बेहतर मूल्य मिलने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के अंतर्गत धान की खरीद की अवधि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 1 अक्टूबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1 नवंबर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक निर्धारित की गई है।
खरीद केंद्र सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे। जिलाधिकारी स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर समय में परिवर्तन कर सकते हैं। रविवार और राजपत्रित छुट्टियों को छोड़कर अन्य कार्यदिवसों तथा द्वितीय शनिवार को भी क्रय केंद्र खुले रहेंगे।
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खाद्य विभाग की विपणन शाखा, उत्तर प्रदेश को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (पीसीएफ), उत्तर प्रदेश को-ऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड (पीसीयू), उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ (यूपीएसएस), उत्तर प्रदेश राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद और भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से धान की खरीद की जाएगी।
इन 6 एजेंसियों द्वारा पूरे प्रदेश में करीब 3,300 क्रय केंद्रों पर 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में किसानों की सुविधा के लिए सभी क्रय केंद्रों पर नमी मापक यंत्र और इलेक्ट्रॉनिक कॉट की व्यवस्था की गई है। इस वर्ष कॉमन और ग्रेड-ए धान के साथ-साथ हाइब्रिड धान की भी खरीद की जाएगी।
धान की खरीद कंप्यूटरीकृत सत्यापित खतौनी और आधार कार्ड के आधार पर की जाएगी। रेवेन्यू रिकॉर्ड के माध्यम से किसानों द्वारा बोए गए रकबे का सत्यापन भी किया जाएगा।
खरीद केंद्रों के लिए हैंडलिंग एवं परिवहन ठेकेदारों की नियुक्ति ई-टेंडर के माध्यम से की जाएगी। सरकार ने सुनिश्चित किया है, कि सभी क्रय एजेंसियां किसानों से खरीदे गए धान के पैसे को भारत सरकार के पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से 48 घंटे के अंदर किसानों के बैंक खातों में भुगतान करेंगी। यह प्रक्रिया पारदर्शिता और त्वरित भुगतान सुनिश्चित करती है।
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धान मिलर को चावल को डिपो तक पहुंचाने के लिए भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मिलर यदि 15 दिनों के भीतर निर्दिष्ट डिपो में चावल का पहुंचाते हैं, तो उन्हें प्रति क्विंटल 35 रुपए और 25 दिनों के भीतर चावल पहुंचाने पर 30 रुपए प्रति क्विंटल प्रोत्साहन मिलेगा। यह कदम चावल उत्पादन और वितरण को समय पर सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में MSP पर धान बेचने के लिए किसानों को खाद्य एवं रसद विभाग की वेबसाइट www.fsc.up.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। पंजीकृत किसानों से क्रय केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ परचेज (ई-POP) मशीन के माध्यम से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण कराकर धान की खरीद की जाएगी। इससे खरीद प्रक्रिया पारदर्शी और प्रमाणिक बनेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा धान क्रय नीति को मंजूरी और MSP में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी किसानों के लिए एक राहत भरी खबर है। यह कदम खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के दौरान किसानों को उचित मूल्य और त्वरित भुगतान सुनिश्चित करेगा। बड़ी संख्या में क्रय केंद्र और तकनीकी सुविधाओं के साथ यह नीति किसानों की आय बढ़ाने और उनकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
इसके साथ ही, मिलरों को प्रोत्साहन राशि देने से चावल उत्पादन में तेजी आएगी, जो खाद्य सुरक्षा के लिहाज से भी अहम है। किसान इस नीति के तहत अपनी फसल का लाभ उठा सकते हैं और समय रहते ऑनलाइन पंजीकरण कर अपनी फसल का उचित मूल्य पक्का कर सकते हैं।
प्रश्न : उत्तर प्रदेश में धान के एमएसपी में कितने फीसद बढ़ोतरी की गई है ?
उत्तर : उत्तर प्रदेश सरकार ने धान की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
प्रश्न : उत्तर प्रदेश सरकार की धान खरीद के लिए क्या तैयारियां हैं ?
उत्तर : 6 एजेंसियों द्वारा पूरे प्रदेश में करीब 3,300 क्रय केंद्रों पर 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रश्न : सामान्य और ग्रेड-ए धान का एमएसपी कितना निर्धारित किया गया है ?
उत्तर : कॉमन धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2,369 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान का एमएसपी (MSP) 2,389 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है।