खेती-बाड़ी में आजकल बहुत सारे छोटे-बड़े कार्य आधुनिक कृषि यंत्रों की मदद से किए जाते हैं। कृषि क्षेत्र में कृषि यंत्रों के संचालन का काफी अच्छा-खासा दबदबा है।
पोटैटो डिगर भी आलू की खोदाई करने वाला बेहद ही शानदार उपकरण है। पोटैटो डिगर मशीन की सहायता से किसान कम समय में ज्यादा भूमि के आलू की खोदाई कर सकते हैं।
पोटैटो डिगर हर तरीका से आलू उत्पादक किसानों का फायदा करता है। आलू की खुदाई पोटैटो डिगर मशीन से करने पर आलू की खेती से किसानों को काफी शानदार लाभ मिलता है।
बिहार सरकार कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत राज्य के किसानों को 75% प्रतिशत अनुदान प्रदान कर रही है।
पोटैटो डिगर की कीमत की बात करें तो इसकी कीमत करीब 40 हजार से डेढ़ लाख रुपए तक रहती है। अलग-अलग कंपनियों की अलग-अलग कीमत होती है।
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पोटैटो डिगर मशीन की अगर समय-समय पर ग्रीसिंग और साफ-सफाई की जाए तो यह काफी लंबे समय तक चलती है।
बिहार कृषि विभाग के सचिव का कहना है, कि "राज्य सरकार की तरफ से इस वर्ष कृषि यांत्रिकरण योजना के अंतर्गत 186 करोड़ रुपए का अनुदान बहुत प्रकार के कृषि यंत्राें की खरीद और कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना पर किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
आधुनिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार कृषि यंत्रों पर सब्सिडी की राशि को बढ़ाती जा रही है।
आगामी वित्तीय वर्ष में 250 करोड़ रुपए से अधिक राशि का अनुदान किसानों को दिए जाने का प्रस्ताव है। किसानों को समय पर क्वालिटी युक्त कृषि यंत्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।"
बिहार में कृषि यांत्रिकरण योजना के अंतर्गत किसानों को 75 प्रकार के कृषि यंत्रों पर भारी छूट मिल रही है।
योजना के अंतर्गत सामान्य किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के किसानों को 50 से 60 और 80 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है।
पोटैटो डिगर खरीदने वाले किसान राज्य के पोर्टल पर जारी सूची में अनुदान संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पोटैटो डिगर के अलावा किसानों को कल्टीवेटर, डिस्क प्लाऊ, लेजर लैंड लेवलर मशीन, रीजर, पैडी ड्रम सीडर, हाथ से चलने वाला धान और गेहूं बुवाई यंत्र, आलू बुवाई की मशीन, रोटावेटर, दो प्रकार के पैडी ट्रांसप्लांटर, पावर टिलर, एमबी प्लाऊ, रेज्ड ब्लेड प्लांटर, मेजर थ्रेसर, आलू खुदाई मशीन और सिंचाई के पाइप आदि की खरीद पर छूट दी जा रही है।
साथ ही, हैप्पी सीडर, रोटरी स्लैशर, पैडी स्ट्रॉ चॉपर, जीरो टिलेज, रिपर, स्कवायर बेलर, सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर, दो प्रकार के ब्रश कटर, स्ट्रा रीपर और तीन तरह के रीपर कम बाइंडर, रोटरी मल्चर, स्ट्रॉ बेलर और ट्रैक्टर से चलने वाले 6, 7 व 8 फीट के सुपर सीडर, स्प्रेयर, रॉकर स्प्रेयर, पावर स्प्रेयर, बूम स्प्रेयर व खाद डालने के लिए पोस्ट होल डीगर मशीन, चार प्रकार के चैफ कटर, पावर मेज थ्रेसर, फसल काटने के हाथ से इस्तेमाल किए जाने वाले औजार, अनाज रखने के लिए भंडारण और पावर वीडर पर अनुदान दिया जाता है।
इसके साथ ही थ्रेसर, मल्ट्रीक्रॉप थ्रेसर, धान का थ्रेसर, इलेक्ट्रिक वीडर और सेल्फ प्रोपेल्ड पावर पैडी वीडर पर भी अनुदान मिलता है।
इसी के साथ ही किसानों को मखाना पॉपिंग मशीन, मिनी दाल मिल, राइस मिल, मिनी तेल मिल, चेनसॉ, मोटर से चलने वाली आटा चक्की, हाथ से चलने वाली आटा चक्की, मोटर और पिस्टल से चलने वाली मशीन और इंजन से चलने वाली चाय पत्ती तोड़ने वाली मशीन पर भी भारी छूट दी जा रही है।
किसान बिहार सरकार की कृषि यांत्रिकरण योजना का लाभ उठाकर काफी कम कीमत पर पोटैटो डिगर मशीन सहित 75 तरह के कृषि यंत्र खरीद सकते हैं।