सरकार द्वारा किसानो को मशीनरी उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी, यह सब्सिडी छोटे किसानो और उनके लिए है जिनके पास कम भूमि है। इस योजना के चलते किसान कम दामों पर मशीनरी उपकरण प्राप्त कर सकते है।
किसानो के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है ,अब आर्थिक रूप से कमजोर किसान भी आधुनिक मशीनों का फायदा उठा सकते है।
एससी और एसटी श्रेणी में आने वाले किसानो को मशीनरी खरीदने पर 60% तक की छूट प्रदान की जाएगी और यही दूसरी तरफ बागवानी के लिए खरीदे गए उपकरणों पर 40% तक की छूट प्रदान की जाएगी।
अधिकारियों द्वारा किसानो को मशीनरी की जानकारी प्रदान की जायेगी। अधिकारियों द्वारा किसानो को बताया जायेगा कौन सी मशीन का उपयोग कब करना है।
साथ ही कौन सी मशीन किस फसल के लिए लाभकारी होगी। कृषि उपकरण अधिकारियों द्वारा किसानो को इस चीज से सम्बंधित पूरी जानकारी प्रदान की जाएगी।
कृषि विभाग के द्वारा किसानो को उपकरणों और मशीनो की खरीद पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। किसानो द्वारा कोई भी यंत्र या उपकरण खरीदा जायेगा जैसे : ट्रैक्टर , पानी सिंचाई की मशीन , फसल काटने की मशीन या फिर जुताई और बुवाई से सम्बंधित कोई भी मशीन। जिले के बहुत से किसानो ने इसका फायदा उठाया है।
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इस योजना के अंतर्गत कृषि से सम्बंधित छोटी और बड़ी गतिविधियों को किर्यान्वित करने के लिए किसी भी प्रकार की मशीन को किसान खरीद सकता है।
किसान द्वारा यह सब उपकरण सरकार द्वारा प्रदान की गयी आर्थिक सहायता जो की एक योजना के रूप में प्रदान की गयी है, उससे खरीदे जा सकते है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि को प्रोत्साहन करना साथ ही किसानो की आर्थिक सहायता करना है। इस योजना से किसानो को काफी राहत मिली है।
यह योजना एमपी के किसानो के लिए शुरू की गयी है , इसमें सीमांत और छोटे किसानो के लिए कृषि उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
इसके जरिये किसान अपने खेत की पैदावार को बड़ा सकते है साथ ही खेती करते वक्त होने वाली परेशानियों और ज्यादा समय को भी नियंत्रित किया जा सकता है। इस योजना के चलते किसानो को खेती करने के लिए मशीनरी उपकरण खरीदने में आसानी होगी।
कृषि विभाग द्वारा बताया गया है एमपी के एक ही जिले में 2 लाख से ज्यादा की आबादी है। इसमें आधे से ज्यादा किसान ऐसे है जो ,को -ऑपरेटिव बैंक में पंजीकृत कराये हुए है।
मतलब 95000 से ज्यादा किसान ऐसे है, जिनके पास कम भूमि है। साथ ही जिन किसानों ने बैंक में पंजीकरण कराया हुआ है, उनके पास 3 -10 अकड़ तक के बीच में भूमि है। ऐसे किसान भी इस योजना का फायदा उठा सकते है।
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इस योजना के जरिये एससी और एसटी श्रेणी में आने वाले किसानों को इसका लाभ प्रदान किया जायेगा। आर्थिक तंगी होने की वजह से किसान मशीनरी उपकरण नहीं खरीद पाते थे साथ ही खेत में फसल की पैदावार भी कम होती है।
किसान आधुनिक तकनीकी होने के बावजूद भी पारम्परिक खेती कर रहे है। इसीलिए सरकार द्वारा इस योजना को लागू किया , ताकि किसान नयी प्रौद्योगिकी की और बड़े। साथ ही उत्पादन के साथ साथ उनका भी विकास हो।