पंजाब में इस साल मानसून की अत्यधिक बारिश ने किसानों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। धान समेत कई खरीफ फसलें जलभराव की चपेट में आकर पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। खेतों में पानी भरने के कारण न केवल फसलें खराब हुईं, बल्कि अगली बुवाई के लिए भी ज़मीन की तैयारी एक बड़ी चुनौती बन गई है।
राज्य के विभिन्न जिलों से आ रही रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 5 लाख एकड़ से अधिक भूमि पर खड़ी फसलें प्रभावित हुई हैं, जिससे किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। विशेष रूप से मुक्तसर, फिरोजपुर, मोगा, होशियारपुर, लुधियाना और तरनतारन जैसे जिलों में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।
इस वर्ष देश के कई राज्यों की तरह पंजाब के किसानों को भी भारी मानसूनी बारिश के कारण अपनी फसलों का भारी नुकसान झेलना पड़ा। विशेषकर धान की फसलें बर्बाद हो गईं, जिससे किसानों को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। किसानों की इस कठिनाई को देखते हुए पंजाब सरकार ने रबी सीजन के लिए विशेष राहत योजना की घोषणा की है।
पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने ऐलान किया है कि रबी 2025-26 सत्र के दौरान किसानों को गेहूं के बीजों पर ₹2,000 प्रति क्विंटल की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं, बाढ़ से प्रभावित किसानों को दो हेक्टेयर तक मुफ्त बीज भी प्रदान किया जाएगा। यह योजना किसानों को रबी बुवाई के लिए प्रोत्साहित करने और उनके आर्थिक नुकसान की भरपाई में मदद करेगी।
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सरकार द्वारा केवल पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (PAU) की अनुशंसित गेहूं की किस्में ही उपलब्ध कराई जाएंगी, जैसे:
बीज वितरण की नोडल एजेंसी पनसीड (PUNSEED) होगी। विभाग के अनुसार, लगभग 5 लाख एकड़ बाढ़ प्रभावित कृषि भूमि की बुवाई के लिए करीब ₹74 करोड़ मूल्य के बीज मुफ्त वितरित किए जाएंगे।
सरकार ने बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए PAU, नेशनल सीड कॉर्पोरेशन (NSC), IFFCO और अन्य एजेंसियों से संपर्क किया है। ज़रूरत पड़ने पर निजी डीलरों से भी बीज की खरीद की जाएगी।
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इस योजना से पंजाब के किसानों को जहां वित्तीय राहत मिलेगी, वहीं उन्हें गेहूं की बुवाई के लिए उन्नत किस्मों के बीज भी समय पर उपलब्ध हो पाएंगे। इससे कृषि उत्पादन को स्थिर करने और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
"किसान समय पर पोर्टल पर पंजीकरण कराएं और सब्सिडी व मुफ्त बीज का लाभ लें। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता देगी, बल्कि राज्य के गेहूं उत्पादन को भी नई ऊंचाई तक पहुंचाएगी।"
पंजाब सरकार की यह पहल केवल एक राहत योजना नहीं, बल्कि कृषि पुनर्निर्माण की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। इससे राज्य के लाखों किसान लाभान्वित होंगे और पंजाब फिर से देश के अग्रणी गेहूं उत्पादक राज्यों में अपनी जगह बनाए रखेगा।
प्रश्न: पंजाब सरकार ने रबी 2025-26 के लिए किसानों को कौन सी राहत योजना दी है ?
उत्तर: सरकार ने रबी 2025-26 सत्र के लिए किसानों को गेहूं बीज पर ₹2,000 प्रति क्विंटल की सब्सिडी और बाढ़ प्रभावित किसानों को दो हेक्टेयर तक मुफ्त बीज देने की घोषणा की है।
प्रश्न: इस योजना का उद्देश्य क्या है ?
उत्तर: इस योजना का उद्देश्य बाढ़ से प्रभावित किसानों को आर्थिक राहत प्रदान करना और रबी सत्र में गेहूं की बुवाई को सुचारू रूप से सुनिश्चित करना है।
प्रश्न: कौन-कौन सी गेहूं की किस्में इस योजना के तहत वितरित की जाएंगी ?
उत्तर: योजना के तहत पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (PAU) द्वारा अनुशंसित PBW 826, PBW 869, PBW 824, PBW 803, DBW 222, DBW 187, HD 3226 HD 3086 निम्नलिखित किस्में दी जाएंगी।
प्रश्न: किसानों को कितनी भूमि तक सब्सिडी या मुफ्त बीज मिलेगा ?
उत्तर: सामान्य किसानों को 1 हेक्टेयर तक सब्सिडी और बाढ़ प्रभावित किसानों को 2 हेक्टेयर तक मुफ्त बीज मिलेगा।
प्रश्न : बीज वितरण की नोडल एजेंसी कौन सी है ?
उत्तर: बीज वितरण की नोडल एजेंसी पनसीड (PUNSEED) होगी।