केंद्र एवं राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर से किसानों के हित में कई कल्याणकारी योजनाएं लेकर आती रहती है। अब मध्य प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ाने की कवायद में जुटी है।
ऐसे में किसानों सहित युवाओं को नई-नई योजनाओं से जोड़कर लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य सरकार की ओर से ग्रामीण युवाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से सरकारी योजनाओं की गिरदावरी यानी सर्वे का काम कराया जाएगा। राज्य सरकार की इस पहल से ग्रामीण युवाओं को गांव में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।
मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल खरीदी समेत बहुत सी सरकारी योजनाओं में फसलों की गिरदावरी की जाती है।
राज्य सरकार इस कार्य के लिए ग्रामीण युवाओं को जोड़ना चाहती है, ताकि फसलों की सही गिरदावरी हो सके। साथ ही, इससे योजनाओं में पारदर्शिता आने से किसानों को लाभ मिलेगा।
इस संबंध में इंदौर जनपद में राज्य शासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशानुसार फसलों की गिरदावरी के लिए अब युवाओं को भी जोड़ा जाएगा।
इसके लिए इच्छुक युवाओं से 10 जुलाई 2024 तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। जो भी पढ़े-लिखे युवा इस काम को करना चाहते हैं वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
फसल गिरदावरी के काम में पारदर्शिता लाने के लिए भारत सरकार की ओर से डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य प्रारंभ किया गया है। यह प्रत्येक मौसम के लिए करीब 45 दिन की कार्यवाही होती है।
इसमें जिओ फेंस (पार्सल लेवल) तकनीक के जरिये खेत में बोई गई फसल का फोटो खींचकर फसल सर्वेक्षण का काम नियत अंतराल में पूरा किया जाएगा।
इस योजना के तहत खरीफ सीजन 2024 डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण के लिए सर्वेयर पंजीयन 10 जुलाई 2024 तक किया जाना है।
फसलों की मध्यप्रदेश भू अभिलेख नियमावली के मुताबिक, फसल गिरदावरी का काम वर्ष में तीन बार किया जाता है। पहला खरीफ फसल सीजन में दूसरा जायद फसल सीजन में और तीसरा रबी फसल सीजन में। इस काम को सारा (स्मार्ट एप्लीकेशन फॉर रेवेन्यू एडमिनिस्ट्रेशन) एप के जरिये किया जाता है।
इस गिरदावरी या सर्वे का उपयोग उपार्जन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आदि योजनाओं में सतत रूप से किया जाता है। अभी तक यह काम कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा खेत में जाकर किया जाता रहा है।
गिरदावरी कार्य के लिए आवेदन हेतु पात्रता व शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो आवेदन करने वाला युवा मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए। आवेदक की उम्र 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए।
आवेदन करने वाला युवा गांव के स्थानीय या निकटतम ग्राम पंचायत का निवासी होना चाहिए। आवेदन करने वाले युवा की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा 8वीं उत्तीर्ण निर्धारित की गई है।
आवेदक युवा के पास मोबाइल फोन (एड्रोयड वर्जन 6+) मय इंटरनेट उपलब्ध होना आवश्यक है। युवाओं को निर्धारित राशि का मानदेय का भुगतान किया जाएगा।
गिरदावरी या सर्वेयर के लिए आवेदन हेतु आवेदक के पास आधार कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण-पत्र, 8वीं पास की मार्कशीट, मोबाइल नंबर और आवेदक की फोटो का होना अत्यंत अनिवार्य है।
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फसलों की गिरदावरी के काम के लिए ग्रामीण युवाओं को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना पड़ेगा। इच्छुक युवा MPBHULEKH पोर्टल पर पंजीयन करा सकते हैं। इसमें आधार ओटीपी से पंजीकरण भू-लेख पोर्टल के माध्यम से होगा।
पटवारी द्वारा ग्राम आवंटन किया जाएगा। युवा द्वारा सारा एप के माध्यम से कार्य संपादित किया जाएगा। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान अपने निकटतम कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।