राजस्थान सरकार ने इस बार गेहूं की खरीद समर्थन मूल्य पर 10 मार्च से शुरू करने का ऐलान कर दिया है।
राज्य के किसान पंजीकरण करवाकर अपनी गेहूं की उपज सरकारी दरों पर आसानी से बेच सकते हैं और बेहतरीन लाभ भी कमा सकते हैं।
यदि आप किसान हैं और गेहूं उगाते हैं, तो जल्दी से अपना पंजीकरण करवाएं। साथ ही, इस योजना का फायदा भी उठाएं।
गेहूं की खरीद भारत सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाती है। सरकार यह सुनिश्चित करती है, कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले और बाजार में कीमतों के उतार-चढ़ाव का उन पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
समर्थन मूल्य हर साल सरकार द्वारा तय किया जाता है, जिसे कृषि लागत एवं मूल्य आयोग की सिफारिशों के आधार पर घोषित किया जाता है।
भारतीय खाद्य निगम के मंडल प्रबंधक रविंद्र जादम के अनुसार, इस वर्ष भरतपुर, अलवर, खैरथल-तिजारा, डीग, धौलपुर और करौली जिलों में लगभग 60,000 मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए करीब 33 खरीद केंद्र खोले जाएंगे।
किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए केंद्र स्थापित किए गए हैं। आइए जानते हैं, कि किस जनपद में कितने खरीद केंद्र होंगे।
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भारत सरकार द्वारा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹2,425 प्रति क्विंटल तय किया गया है।
इसके अलावा, राजस्थान सरकार ने ₹150 प्रति क्विंटल का बोनस देने की घोषणा की है। यानी इस बार किसानों को समकुल 2,575 रुपए प्रति क्विंटल का मूल्य मिलेगा।
गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद 10 मार्च से 30 जून 2025 तक जारी रहेगी।
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किसानों को सरकार द्वारा निर्धारित ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 1 जनवरी 2025 से शुरू हो चुकी है और 25 जून 2025 तक चलेगी। किसान निम्नलिखित माध्यमों से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।