परिश्रम और अनोखे कार्य के लिए मिला इन दो किसानों को पद्म पुरस्कार

By: tractorchoice
Published on: 18-Jun-2025
परिश्रम और अनोखे कार्य के लिए मिला इन दो किसानों को पद्म पुरस्कार

भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां खेती किसानी में अपनी अलग पहचान बनाने वाले कई किसान हैं। 

लेकिन, आज हम आपको दो ऐसे किसानों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने अपनी मेहनत के बल पर पद्म पुरस्कार 2025 के विजेताओं की सूची में अपना नाम दर्ज कराया है। 

जी हाँ, हम बात कर रहे हैं पद्म पुरस्कार विजेता "नोकलाक के फल मसीहा" एल हैंगथिंग और "सेब सम्राट" हरिमन शर्मा के बारे में हैं, जिनका नाम पद्मश्री विजेताओं की सूची में शामिल हुआ है।

पद्म पुरस्कार क्या है ?

भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कार मुख्यतः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री तीन रूप में दिया जाता है। 

पद्म पुरस्कार सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान, कला, इंजीनियरिंग, व्यापार, उद्योग, साहित्य, शिक्षा, खेल, सिविल सेवा और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में उत्तम कार्य के लिए दिया जाता है। 

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पद्म पुरस्कार विजेता एल हैंगथिंग कौन हैं ?

  • एल हैंगथिंग नागालैंड के नोकलाक जिले के एक प्रगतिशील किसान हैं, जिन्हें "नोकलाक का फल मसीहा" कहा जाता है। 
  • वे पिछले 30 वर्षों से अपने क्षेत्र में गैर-स्थानीय फलों की खेती कर रहे हैं और यह ज्ञान 40 गांवों के 200 से अधिक किसानों तक पहुँचाया है।
  • एल हैंगथिंग बचपन में फेंके गए फलों के बीज इकट्ठा करके अपने खेत में इस्तेमाल करते थे, जिससे उनका फलों के प्रति प्रेम शुरू हुआ। 
  • एल हैंगथिंग द्वारा बताई गई खेती की नई तकनीकों को 400 से भी ज्यादा परिवारों ने अपनाया है। 
  • किसानों को लीची और संतरे जैसे गैर-स्थानीय फलों की खेती से अच्छी आमदनी हुई है। 
  • एल हैंगथिंग के इस सराहनीय कार्य से 40 गांवों के हजारों किसानों की आर्थिक शक्ति बढ़ी है। 

पद्म पुरस्कार विजेता हरिमन शर्मा कौन हैं ?

  • प्रगतिशील किसान हरिमन शर्मा तहसील घुमारवी, जनपद बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) के मूल निवासी हैं। 
  • हरिमन शर्मा ने 2005 में एक नई सेब की किस्म तैयार की थी, जिसको निचले इलाकों में भी उगा सकते हैं। 
  • बर्फीली पहाड़ियों पर उगने वाला सेब निचले हिमाचल प्रदेश के गर्म इलाकों में उगने लगा जो कि बड़ी बात है।

विकसित की गई किस्म 

  • हरिमन शर्मा द्वारा विकसित की गई इस नई किस्म का नाम HRMN 99 है। 
  • HRMN 99 किस्म को 40 से 46 डिग्री तापमान वाले क्षेत्रों में भी उगा सकते हैं। 
  • HRMN 99 किस्म को अपने नाम से पेटेंट भी कराया है। 
  • HRMN 99 किस्म का सेब आकार, गुणवत्ता और स्वाद में सामान्य सेबों की तरह ही होता है। 
  • HRMN 99 किस्म निचले इलाकों यानी मैदानी इलाकों में भी सफलतापूर्वक उगाई जा सकती है। 

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