बिजली से सचांलित यह ट्रैक्टर न केवल डीजल और पेट्रोल की निर्भरता कम करते हैं, बल्कि मेंटेनेंस भी बहुत सस्ता होता है। यही वजह है, कि आज छोटे से बड़े किसान तक इन ट्रैक्टरों की तरफ रुख कर रहे हैं।
कभी खेतों में डीजल की गंध और इंजन की घर्र-घर्र आवाज खेती की पहचान हुआ करती थी। लेकिन अब वक्त बदल रहा है। जैसे-जैसे देश इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे किसान भी इस बदलाव में पीछे नहीं हैं। अब खेतों में भी “इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर” की एंट्री हो चुकी है, जो न सिर्फ खेती को आसान बना रहे हैं, बल्कि खर्च भी घटा रहे हैं और पर्यावरण को भी सुरक्षित रख रहे हैं।
बिजली से चलने वाले ये ट्रैक्टर न केवल डीजल और पेट्रोल की निर्भरता कम करते हैं, बल्कि रख रखाव की लागत भी बहुत सस्ती होती है। यही कारण है, कि आज छोटे से बड़े किसान तक इन ट्रैक्टरों की तरफ रुख कर रहे हैं।
आइए जानते हैं, भारत के 5 सबसे लोकप्रिय इलेक्ट्रिक ट्रैक्टरों के बारे में जो खेती की तस्वीर बदलने की क्षमता रखते हैं।
सोनालिका का यह ट्रैक्टर छोटे और मध्यम खेतों के लिए काफी बेहतरीन विकल्प है। इसमें 15 HP का इलेक्ट्रिक मोटर दिया गया है, जो इसको काफी शक्तिशाली बनाता है। सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक 2WD ट्रैक्टर की लिफ्टिंग क्षमता 500 किलो तक है, जिससे हल्की जुताई, बीज बुवाई और खेत समतल करने जैसे काम आसानी से किए जा सकते हैं। सबसे खास बात यह है, कि यह पूरी तरह शोर-रहित है और इसका संचालन बेहद सरल है। बैटरी एक बार चार्ज करने पर 8 घंटे तक कार्य करती है।
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अगर आपका खेत बड़ा है और मिट्टी कड़ी है, तो यह 4-व्हील ड्राइव मॉडल आपके काम का है। सोनालिका टाइगर इलेक्ट्रिक 4WD में 800 किलो तक भार उठाने की क्षमता है और इसकी स्पीड करीब 25 किमी/घंटा तक जा सकती है। यह खेतों में भारी काम जैसे ट्रॉली खींचना या सिंचाई उपकरण चलाने में बेहद असरदार साबित होता है। साथ ही, इसमें 5 साल की वारंटी मिलती है, जिससे किसानों का भरोसा और भी मजबूत होता है।
महिंद्रा ई-अल्फा मिनी कॉम्पैक्ट और बजट-फ्रेंडली ट्रैक्टर है। इस ट्रैक्टर में 10.5 HP की मोटर है जो छोटे खेतों, सब्जी की खेती और बागवानी के लिए एकदम उपयुक्त है। इसका छोटा आकार इसे संकरे खेतों और पगडंडियों में भी आसानी से चलने योग्य बनाता है। यह प्रदूषण मुक्त, कम शोर वाला और बेहद टिकाऊ विकल्प है यानी जो किसान शुरुआत कर रहे हैं, उनके लिए यह एक बढ़िया चुनाव है।
आयशर 380 EV ट्रैक्टर 40 HP की पावर के साथ आने वाला यह ट्रैक्टर बड़े किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसकी लिफ्टिंग कैपेसिटी 1800 किलो तक है, जिससे भारी कृषि उपकरण चलाना आसान हो जाता है। यह ट्रैक्टर लंबी बैटरी लाइफ के लिए जाना जाता है, जो एक बार चार्ज में कई घंटे काम करता है। डीजल ट्रैक्टरों की तुलना में इसका मेंटेनेंस खर्च बेहद कम है, जिससे लंबे समय में बड़ी बचत होती है।
12 HP पावर वाला यह हल्का ट्रैक्टर छोटे खेतों और बागानों के लिए आदर्श है। अतुल एलीट इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का डिजाइन सिंपल लेकिन कुशल है और यह खेतों में बेहद सुगमता से चलता है इसकी बैटरी 6-8 घंटे तक निरंतर काम करती है। अतुल एलीट इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का रखरखाव लगभग शून्य है और यह पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल है।
प्रश्न : खेती-किसानी में इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर्स का उपयोग बढ़ने से क्या फायदा होगा ?
उत्तर : इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर्स की मदद से किसानों की लागत में कमी आती है और वातावरण भी प्रदूषित होने से बचता है।
प्रश्न : आयशर 380 EV ट्रैक्टर भार उठाने की क्षमता क्या है ?
उत्तर : आयशर 380 EV ट्रैक्टर की लिफ्टिंग कैपेसिटी 1800 किलो तक है, जिससे भारी कृषि उपकरण चलाना आसान हो जाता है।
प्रश्न : अतुल एलीट ट्रैक्टर लगभग कितने घंटे कार्य करता है ?
उत्तर : अतुल एलीट इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का डिजाइन सिंपल लेकिन कुशल है और यह खेतों में बेहद सुगमता से चलता है। इसकी बैटरी 6-8 घंटे तक निरंतर काम करती है।